फसल की खरीद न होने से परेशान हुआ हरियाणा का किसान, पंजाब में फसल बेचने को मजबूर

punjabkesari.in Monday, Oct 05, 2020 - 08:53 PM (IST)

कैथल (जोगिंदर कुंडू): हरियाणा के जिला कैथल की अनाज मंडी में धान बेचना किसानों के लिए एक समस्या बनता जा रहा है क्योंकि सुबह धान खरीद के लिए सेलेक्ट हो जाती है तो शाम होते-होते वो खरीद एजेंसियां ज्यादा मॉश्चर बताकर रिजेक्ट कर देती हैं। मंडियों में हर रोज यह खेल किसानों के साथ खेला जा रहा है, जिससे किसान परेशान हैं। एक किसान तो इतना परेशान हो गया कि वह अपनी फसल पंजाब में ले जाकर बेचने की बात कर रहा है।

हालात यह हो गए हैं कि परेशान किसान प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो गए हैं। लेकिन किसान के प्रदर्शन की भनक प्रशासन को लगती है तो वो मौके पर पहुंचकर औने-पौने भाव में फसल बिकवा देते हैं, लेकिन प्रशासन के अधिकारियों के जाने के बाद वही धान एजेंसियां रिजेक्ट कर दे ती हैं। इस प्रकार की स्थिति के बाद से किसान और आढ़ती आपस में कई बार झगड़ भी चुके हैं। 

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ऐसे हालात में किसान अपनी फसल भी मंडियों से वापिस उठाने लगे हैं और पंजाब की मंडियों में बेच रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें राज्यमंत्री कमलेश ढांडा के परिवार का एक भूतपूर्व सैनिक मंडी में अपनी धान नहीं बेच पा रहा है और मंडी से फसल वापस उठाकर पंजाब की मंडी में धान ले जाने की बात कर रहा है। 

देखें वीडियो-


मंडी में खरीद एजेंसियों द्वारा मॉश्चर के नाम पर ना खरीदने या फिर एमएसपी से कम दाम पर खरीदने के बहाने बनाए जाते हैं। या फिर 14-15 मॉश्चर के धान को भी अधिक मॉश्चर का बताकर रिजेक्ट किया जा रहा है। जबकि मानक का माश्चर 17 तक तय किया गया है। किसानों ने सरकार के दाना-दाना खरीदने वाली बात पर व्यंग्य करते हुए कहा कि ये दाना-दाना की बात सच्ची करते हैं क्योंकि ये किसान के दाने-दाने को खराब करना चाहते हैं।


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Shivam

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