चौटाला की रिहाई से इनैलो में हो सकता है ‘अच्छे दिनों’ का आगाज

punjabkesari.in Sunday, Mar 10, 2019 - 02:03 PM (IST)

सिरसा (संजय अरोड़ा): पूर्व मुख्यमंत्री एवं इनैलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला की जेल से रिहाई को लेकर अटकलों का दौर तेज हो गया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने चौटाला की रिहाई के संदर्भ में दिल्ली सरकार से रिपोर्ट मांगी हुई और यह ऑर्डर 20 फरवरी को दिए गए थे व सरकार को 4 हफ्तों का टाइम दिया गया था।  राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि लोकसभा व विधानसभा चुनावों के मद्देनजर यदि चौटाला शीघ्र ही रिहा हो जाते हैं तो यह इनैलो के लिए फिर से ‘अच्छे दिनों’ का आगाज हो सकता है। गौरतलब है कि जेबीटी भर्ती मामले में सी.बी.आई. की विशेष कोर्ट ने इनैलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला व उनके ज्येष्ठ पुत्र अजय सिंह चौटाला को 10-10 साल की सजा सुनाई थी। वर्ष 2013 में ये दोनों दिल्ली की तिहाड़ जेल में भेज दिए गए।

 ओमप्रकाश चौटाला के वकील द्वारा हाईकोर्ट में दायर रिहाई संबंधी याचिका पर 20 फरवरी को दिल्ली हाईकोर्ट ने नियमों के तहत दिल्ली सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। याचिका में कहा गया था कि ओमप्रकाश चौटाला ने आधी से अधिक सजा पूरी कर ली है और उनकी विकलांगता 70 प्रतिशत से कहीं अधिक होने के साथ साथ उनकी उम्र 85 वर्ष है, ऐसे में नियमों के अनुसार अब उन्हें जेल से रिहा कर दिया जाना चाहिए। 

ऐसे हो सकता है फायदा
बेशक अभी इनैलो सुप्रीमो की रिहाई से संबंधित मामला विचाराधीन है और कोर्ट भी दिल्ली सरकार द्वारा दी जाने वाली रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, मगर रिहाई के नियमों के मापदंड के आधार पर यदि दिल्ली सरकार भी रिहाई के संदर्भ में रिपोर्ट सौंप देती है तो ओमप्रकाश चौटाला निश्चित ही जल्द जेल से रिहा हो सकते हैं।  राजनीतिक व चुनावी विश्लेषक इस बात को स्वीकारते हैं कि इनैलो सुप्रीमो यदि लोकसभा चुनाव से पूर्व ही बाहर आ जाते हैं तो सियासी समीकरणों में बदलाव हो सकता है। यही नहीं चौटाला अपने राजनीतिक कौशलता के बूते इनैलो का किसी भी राजनीतिक दल से गठजोड़ भी सिरे चढ़ा सकते हैं।

इस बात का प्रमाण एक मार्च को हांसी में हुई इनैलो की जन अधिकार रैली में भी देखने को मिला जब खुद ओमप्रकाश चौटाला ने अपने संबोधन में यह बात कही कि वे जल्द ही रिहा होकर बाहर आने वाले हैं। इस पर कार्यकत्र्ताओं ने तालियों की गडग़ड़ाहट के बीच इस बात पर मोहर लगाई कि वे नए जोश के साथ चुनावी दंगल में कूदेंगे। चौटाला ने यह भी जोड़ा कि उनके बाहर आने के बाद रुठे हुए भी इसी मंच पर नजर आएंगे। लिहाजा, कहा जा सकता है कि उनके जेल से रिहा होने के बाद इनैलो को काफी फायदा पहुंच सकता है।

बहरहाल, मामला अदालत में है और दिल्ली सरकार की रिपोर्ट के साथ चौटाला के जेल से रिहा होने का इंतजार है। लेकिन इसमें कोई दोराय नहीं है कि यदि वे मार्च माह के दौरान ही रिहा होकर बाहर आ जाते हैं तो कहीं न कहीं चौटाला राजनीतिक समीकरण बदलने के साथ साथ इनैलो के लिए संजीवनी बनते हुए पार्टी में फिर ‘अच्छे दिन’ ला सकते हंै।


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Shivam

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