हरियाणा के मोहित के ‘सॉफ्टवेयर बोनांजा’ का कमाल, पीएम देंगे नेशनल स्टार्टअप अवार्ड, नितिन गडकरी को भी पसंद आया आइडिया

punjabkesari.in Sunday, Apr 07, 2024 - 04:53 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी):  हरियाणा के भिवानी के भागेश्वरी के मोहित यादव अब पहचान के मोहताज नहीं रहे हैं।28 जून को पीएम मोदी दिल्ली में मोहित यादव को  नेशनल स्टार्टअप अवार्ड देंगे।मोहित का ‘सॉफ्टवेयर बोनांजा’, नितन गडकरी को भी पसंद आइडिया आया है।मर्सिडिज, महेंद्रा व टाटा मोटर्स को भी सॉफ्टवेयर का पेटेंट देने से इंकार कर चुका है।

भारत ही नहीं, कई मुल्कों की बड़ी कंपनियां ऑफर लेटर लेकर उनके पीछे हैं लेकिन वे बदलाव को लेकर अपनी जिद पर अड़े हैं। सड़क हादसों को रोकने के लिए उनके द्वारा बनाए गए सॉफ्टवेयर का पेटेंट हासिल करने के लिए मर्सिडिज, महेंद्रा व टाटा मोटर्स जैसी नामचीन कंपनियां लाइन में लगी हैं, लेकिन करोड़ों की ऑफर के बाद भी इसे बेचने को तैयार नहीं हैं। उनके सॉफ्टवेर बेस्ड एक गाड़ी तैयार हो चुकी है और सेफ्टी फीचर्स को लेकर फाइनल ट्रायल चल रहा है।

जी हां, एक सामान्य परिवार के मोहित यादव ने यह कमाल कर दिखाया है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को उनका आइडिया इतना पसंद आया कि वे दो बार उनके साथ मुलाकात कर चुके हैं। इतना ही नहीं, केंद्र सरकार द्वारा बेंगलुरु में टाटा मोटर्स के साथ मिलकर उनके सॉफ्टवेयर पर ट्रायल भी शुरू हो चुके हैं। टाटा मोटर्स ट्रायल पर 50 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। स्टार्टअप के बूते खुद की कंपनी बना चुके मोहित यादव 28 जून को पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों नेशनल स्टार्टअप अवार्ड हासिल करेंगे।

इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार द्वारा देशभर के स्टार्टअप और उद्यमियों को सम्मानित किया जाएगा। मोहित यादव ने बेस्ट स्टार्टअप ऑफ दि ईयर-2024 का अवार्ड जीता है। मोहित के सॉफ्टवेयर को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उसे नई दिल्ली बुलाकर दो बार बैठक कर चुके हैं। टेक्नोलॉजी को लेकर गडकरी हमेशा एक्टिव रहते हैं। उन्हें मोहित के प्रोजेक्ट इतने पसंद आए कि वे देश की सभी गाड़ियों में उन्हें इंस्टॉल करवाने को राजी हो गए। इसीलिए उनके सॉफ्टवेयर पर ट्रायल शुरू हुआ है।

पेशे से पत्रकार मोहित के पिता अनिल यादव कहते हैं – स्कूल टाइम में मोहित एवरेज स्टूडेंट था। लेकिन उन्होंने परीक्षा में नंबर लाने की बजाए उसे हुनर को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। मोहित को अभी तक अनेक बार सम्मानित किया जा चुका है। माेहित को गुगल की ओर से 1 करोड़ 85 लाख रुपये का ऑफसर मिला है। गुगल में रहते हुए मोहित जहां और भी सीखेंगे वहीं भारत लौटकर उनका खुद की गाड़ी बनाने का प्लान है। उनकी माता सुनील देवी ने कहा - पहले हमारे नाम से बेटे को जाना जाता था लेकिन आज हमें अपने बेटे के नाम से जाना जाता है।

 

 

 

यह है सॉफ्टवेयर बोनांजा

 

मोहित ने एक सॉफ्टवेयर ऐसा तैयार किया है, जिसके गाड़ी में इंस्टॉल होने के बाद शराब पीकर कोई भी गाड़ी नहीं चला सकेगा। सेंसर सिस्टम से गाड़ी खुद ही यह आइडिया लगा लेगी कि ड्राइवर ने शराब पी हुई है। ऐसे में गाड़ी स्टार्ट ही नहीं होगी। यह सॉफ्टवेयर सड़क हादसों को रोकने के लिए बनाया है। देश में शराब पीकर गाड़ी चलाने की वजह से सड़क हादसों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।

 

धुंध में नहीं टकराएगी गाड़ी

इसी तरह से एक सॉफ्वेयर ऐसा है, जो धुंध में होने वाले सड़क हादसों को रोकने में कारगर होगा। सॉफ्टवेयर इंस्टाल होने के बाद गाड़ी के आगे और पीछे 100 फुट तक चलने वाले सभी प्रकार के वाहनों का पता लग सकेगा। इतना ही नहीं, इस स्थिति में गाड़ी ऑटो-मोड में आ जाएगी। ड्राइवर की जरूरत नहीं होगी। गाड़ी खुद ही लेफ्ट-राइट टर्न लेगी और सामने वाहन होने पर खुद ही ब्रेक भी लगेंगे। इससे सड़क हादसे रुकेंगे।

 

ईंधन हो सकेगा री-साइकिल

इसी तरह से तीसरा सॉफ्टवेयर ऐसा है, जो गाड़ियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यह सॉफ्टवेयर डीजल-पेट्रोल को री-साइकिल करने में सहयोग करेगा। इसके बाद 50 से 60 प्रतिशत तक फ्यूल वापस टैंक में जमा हो जाएगा। मोहित ने ‘रोड पिल्स’ नाम से यह गाड़ी मार्केट में लाने का लक्ष्य रखा है। यह डीजल-पेट्रोल, हाईड्रोजन व बिजली से चल सकेगी। हादसा होने पर पुलिस व एम्बुलेंस को मैसेज जाएगा।

 

अभी तक के ट्रायल हुए पास

एमके एप क्रिएटिव प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर एवं सीईओ मोहित यादव का कहना है कि बेंगलुरु में इन सॉफ्वटेयर पर अभी तक हुए सभी ट्रायल पास हुए हैं। ई-रिक्शा के बाद टाटा की नेनो कार पर ट्रायल किया गया। उनका कहना है फाइनल टेस्ट होने के बाद टाटा मोटर्स के सहयोग से इस टेक्नोलॉजी से लैस गाड़ी लांच होगी। टाटा के साथ पार्टनरशिप में सॉफ्टवेयर को लेकर एग्रीमेंट हुआ है। सॉफ्टवेयर लागू होने पर कंपनी की ओर से मोहित को सभी गाड़ियों पर 25 प्रतिशत रॉयल्टी दी जाएगी। जो भी कंपनी इसे अपनाएगी, उसे भी मोहित को इतनी ही रॉयल्टी देनी होगी। मोहित के नाम अभी तक 80 पेटेंट रजिस्डर्ट हैं।

 


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Content Writer

Isha

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