क्या आपने देखा है मनोहर लाल का ये रूप? खेतों में ट्रैक्टर चलाते आए नजर

punjabkesari.in Thursday, May 02, 2024 - 04:50 PM (IST)

  चंडीगढ़( चन्द्र शेखर धरणी) : पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल जिन्हें उनकी पार्टी के नेता सादे कपड़ों वाले एक संत की उपाधि देते हैं। बेहद साधारण जनजीवन, सादी वेशभुषा और नियमित खानपान। न हीं भाई भतीजाबाद की सोच और ना ही जात पात की विचारधारा, हर वर्ग एक समान, ''हरियाणा एक हरियाणवी एक'' की सोच के साथ एक ईमानदार प्रजा हितेषी राजा की भूमिका मनोहर लाल ने लगातार निभाई। करीब साढ़े 9 साल पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में मिले मनोहर लाल ने अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश में तरह-तरह की लाभान्वित योजनाएं चलाई।

हर वर्ग- हर व्यक्ति को पात्रता के अनुसार सरकारी लाभ पहुंचाने के लिए प्रयास किए गए। संगठन का लंबा अनुभव रखने वाले मनोहर लाल 2014 से 2019 तक बहुमत की सरकार में भी मुख्यमंत्री रहे और दूसरे पार्ट में निर्दलीयों और जेजेपी के साथ गठबंधन से भी इन्होंने सरकार चलाई। इनके शासनकाल में विरोधियों ने हर पैंतरे इस्तेमाल किए। तरह-तरह की षड्यंत्र, तरह-तरह के भ्रमित प्रचार फैलाकर मुख्यमंत्री व इस सरकार को फेल साबित करने की जी तोड़ कोशिशें हुई।

सरकार को प्रभावित करने के लिए तरह-तरह के बड़े-बड़े आंदोलन खड़े किए गए, मनोहर पार्ट 1 व 2 में योजनाबद्ध जाट आंदोलन-किसान आंदोलन के साथ-साथ रोजाना कोई ना कोई आंदोलन -प्रदर्शन सामने आते रहे। कूटनीति के मंझे खिलाड़ी मनोहर लाल ने बड़ी बेबाकी और कल्याणकारी नजरिए से सरकार भी चलाई और विरोधियों की सत्ता पलटने की सोच को कुचलने का भी काम किया यानि बड़ी कामयाबी के साथ मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री के कर्तव्यों के निर्वहन के साथ-साथ संगठन को भी मजबूत करने का काम किया।

हरियाणा के लाल मनोहर लाल के कार्यकाल में सबसे दिलचस्प देखने को यह भी मिला कि वह समय-समय पर अपने अलग-अलग रूपों में देखे गए। हरियाणा के वोटरों को सदा उनकी यह दिखाने की कोशिश रही कि मनोहर लाल भी एक उनकी तरह के ही साधारण व्यक्ति हैं जो कभी आम जनमानस की तरह साइकिल चलाते दिखे तो कभी मोटरसाइकिल पर उन्होंने अपना जलवा दिखा। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इस प्रकार के कार्यों के लिए उन्हें समय-समय पर रोका गया, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हमेशा हर दिल को छूने का प्रयास किया।


मनोहर ने दिया संदेश:- मैं भी किसान हूँ

   अब करनाल संसदीय सीट से मनोहर लाल के भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद ट्रैक्टर चलाते आया उनका नया रूप जनता के मन को खूब भा रहा है। खास तौर पर यह एक बड़ा संदेश है कि वह राजनीतिज्ञ के साथ साथ एक किसान भी है।

राजनीतिक पंडितों के अनुसार उनकी यह तस्वीर जनता में एक सकारात्मक संदेश स्थापित करेगी, क्योंकि हाल ही में पंजाब के किसानों द्वारा जो आंदोलन चलाया जा रहा है वो सीधे तौर पर लोकसभा चुनावों में भाजपा को नुकसान करने की एक रणनीति भी मानी जा रही है, इसका असर किसान वर्ग के दिमाग पर ना पड़े इसे लेकर मनोहर लाल एक किसान के रूप में ट्रैक्टर पर सवार होकर जनता के बीच में दिखे यानि एक स्पष्ट संदेश है कि वह किसान है तो किसान के हितों का ध्यान वह क्यों नहीं रखेंगे। क्योंकि पूर्व में कई बार ऐसा देखने को मिला है जब विपक्षियों द्वारा या अन्य शरारती लोगों द्वारा मनोहर लाल के किसान और किसानी बारे जानकारी को लेकर प्रश्न चिन्ह लगाने के प्रयास किए गए। अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस तस्वीर के माध्यम से उनकी सभी बातों और सवालों का जवाब दे दिया है।


मनोहर की अनेकों योजनाओं ने किसान को दी है आर्थिक समृद्धि 

 बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश के किसानों को हर तरह की मजबूती देने का काम किया है। ''मेरा फसल मेरा ब्यौरा" किसानों के लिए एक बड़ी राहत देने वाली योजना साबित हुई है। किसानों के खातों में उनकी फसल की सीधी पेमेंट भेजकर बिचौलियों को साइड लाइन करने का काम मनोहर लाल ने किया।

हरियाणा पूरे देश में सबसे अधिक फसलों पर एमएसपी देने वाला प्रदेश है। ''भावांतर भरपाई योजना" या फसलों में हुए नुकसान की बीमा योजना की बात की जाए, सभी ने किसानों के जोखिम को कम कर उन्हें आर्थिक संपन्नता देने का काम किया।  मंडियों में खरीद के सिस्टम को पूरी तरह से आधुनिक बनाने के साथ-साथ किसानों की फसलों का सही दाम आज मिल रहा है। नई मंडियों के निर्माण से लेकर मंडियों में पर्याप्त सुविधाओं व अच्छी व्यवस्थाओं के कारण हरियाणा देश में एक मिसाल कायम कर पाया है।


 मुख्यमंत्री मनोहर लाल किसानों के मसीहा से कम अपने साढे 9 साल के कार्यकाल में नजर नहीं आए। मुख्यमंत्री के रूप में मनोहर लाल सदा जात पात की राजनीति और विचारधारा से दूर रहे। विपक्षी दलों से जुड़े लोगों के बच्चे भी उनकी सरकार में खूब नौकरियां पा सके। मनोहर लाल के नेतृत्व वाली सरकार में नौकरियों के लिए कोटा सिस्टम खत्म किया गया। काबिलियत- क्षमता और शिक्षा को प्राथमिकता मिल पाई, जिस कारण से आज प्रदेश का हर चोर और कामचोर भारतीय जनता पार्टी से नाराज और मायूस नजर आने लगा है।

करनाल लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ट्रैक्टर पर बैठे होने की तस्वीर से राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इससे कहीं ना कहीं किसानों में मनोहर लाल के प्रति सोच में बदलाव होगा और यह किसानों की नाराजगी को दूर करने का एक बड़ा प्रयास है। लोकसभा चुनावों को देखते हुए मनोहर लाल ने किसान वर्ग के वोटरों को एक दिशा देने की कोशिश की है।

 


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Content Writer

Isha

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