हिसार: वैज्ञानिकों ने मनाया 7 झोटों का जन्मदिन, मालाएं पहनाकर खिलाई गई जलेबियां
punjabkesari.in Monday, Jan 17, 2022 - 10:57 AM (IST)
हिसार (विनोद सैनी) : हिसार के भैंस अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिकों ने 7 झोटों का जन्म दिवस बड़े धूमधाम से मनाया। एस 29 कलोन उतम नकल के झोटे से 7 झोटे क्लोन तैयार किए थे। जब इन झोटों को तैयार किया गया इनका कीर्तिमान इंडिया बुक ऑफ इंडिया में दर्ज किया था। इनको दो साल पहले इनीमिल क्लोनिंग से विधि से तैयार किया गया था।
ये झोटे काफी उतम नसल के झोटे है तथा आने वाले समय में इनसे लगभग 14 लाख सिमन तैयार किए जाएगें। जिससे भारत देश में उतम नसल के लिए पशु पैदा होंगे। जिससे किसानों का पशुधन में बढ़ौतरी होगी। इस मौक पर सभी वैज्ञानिकों व अधिकारियों ने झोटे क्लोन को उनके जन्म दिवस पर जलेबी खिलाफ व उन्हें फूलों की मालाएं पहना कर जन्म दिवस बडे धूम धाम से मनाया गया। वैज्ञानिकों ने कहा कि हिसार गौरव से सिमेन तैयार किए जा रहे है।
हिसार के भैंस अनुसंधान केद्र के डायरेक्टर तीर्थ कुमार दत्ता वैज्ञानिकों ने कहा कि इनको दो साल पहले इनीमिल क्लोनिंग से विधि से तैयार किया गया था। ये झोटे काफी उतम नसल के झोटे है यहां पर इनकी देखरेख वैज्ञानिक तरीके से की जाती है। इन झोटे के सिमेन क देश के कोने कोने तक पहुंचाने का काम करेंगे। किसानों के लिए पशुओं के इन झोटों का सीमेन काफी लाभ दायक होगा।
डॉ. प्रेम कुमार यादव प्रधान वैज्ञानिक ने कहा कि 7 झोटे क्लोन विधि से तैयार किए गए क्योंकि उतम नसल के सांड से 7 झोटे क्लोन तैयार किए है, इसके सिमेन काफी महत्वूर्ण है। एक झोटे से ढेड़ लाख सिमेन तैयार हो सकते है। प्रधान वैज्ञानिक ने कहा कि झोटों को नहला कर फूलों की मालाएं पहनाई गई। इसके बाद जलेबी खिलाकर जन्म दिवस मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि हिसार केद्र में 18600 सिमेन की डोज तैयार की गई है।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)