गृह मंत्री एक बार हरियाणा पुलिस कर्मचारियों के लिए भी लगाए दरबार: नवीन जयहिंद
punjabkesari.in Thursday, Sep 14, 2023 - 06:57 PM (IST)

भिवानी(अशोक भारद्वाज): हरियाणा में पुलिस कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर आज भिवानी में लामबंद हुए हैं। जिसके लिए पिछले दिनों हरियाणा पुलिस ने सोशल मीडिया और ट्विटर अभियान के तहत अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए कैंपेन चलाया था। वहीं नवीन जयहिंद भी काफी समय से हरियाणा पुलिस की मांगों को उठाते रहे हैं। इसी कड़ी में वीरवार को नवीन जयहिंद हरियाणा पुलिस कर्मचारियों के समर्थन में भिवानी लघु सचिवालय भी पहुंचे थे।
‘डीजीपी को अपने परिवार की समस्या का जल्द समाधान करना चाहिए’
जयहिंद ने बताया कि हरियाणा पुलिस के कर्मचारी अपनी मांगो के लिए उनके पास बार-बार फोन करके अपनी समस्याओं से अवगत कराते है। हरियाणा पुलिस के कर्मचारी डीजीपी साहब के अपने परिवार के सदस्य हैं और उन्हें अपने परिवार की समस्याओं का तुरंत समाधान करना चाहिए। ताकि हरियाणा पुलिस के कर्मचारी अच्छी तरह अपनी ड्यूटी और कर्तव्य का पालन कर सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस की मांगो और उनकी समस्याओं की ओर ध्यान दिलाते हुए बताया की हरियाणा पुलिस विभाग में हजारों की संख्या में पद खाली पड़े हैं। एक पुलिस कर्मचारी को दो-दो पुलिस कर्मचारियों का काम करना पड़ रहा हैं, जिसके कारण उन्हें मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।
‘24 घंटे ड्यूटी लेकर उनके मानवधिकारों का हनन किया जा रहा हैं’
जयहिंद ने हरियाणा पुलिस के कर्मचारियों की ड्यूटी 8- 8 घंटे की करने बारे कहते हुए बताया की हरियाणा पुलिस का भी अपना घर परिवार हैं और हरियाणा पुलिस कर्मचारी भी इंसान हैं। जबकि उनसे 24 घंटे ड्यूटी लेकर उनके मानवधिकारों का हनन किया जा रहा हैं और सुविधाओं के नाम पर सिर्फ एक चौकी होती है | जिसमे न तो पीने के पानी की व्यवस्था और न ही टॉयलेट की व्यवस्था सरकार देती है। अगर एक कर्मचारी को विभाग या सरकार के काम की वजह से कही जाना पड़ा जाए तो वो अपनी जेब से पैसे खर्च करके जाते है।
पुलिस कर्मचारियों को कई तरह की दिक्कतों से गुजरना पड़ रहा है: जयहिंद
जयहिंद ने कहा कि हरियाणा पुलिस के कर्मचारी भी बीमार होते हैं। क्योंकि उन्हें ड्यूटी पर कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ता है। जिसकी वजह से उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। सरकार को चाहिए कि उन्हें मेडिकल कैशलेस सुविधा मिले और सभी प्रकार के पैनल और इंपैनलड हॉस्पिटल में फ्री इलाज मिले। जब सरकार के कर्मचारी ही स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में है तो जनता को क्या ही सुविधा मिलेगी।
पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सीनियर लिखित में आदेश दे: जयहिंद
नवीन जयहिंद ने कहा कि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सीनियर लिखित में आदेश दे, ताकि विभाग में भ्रष्टाचार खत्म हो सके और जूनियर अधिकारियों पर सीनियर अधिकारियों का दबाव कम से कम हो। ताकि जनता की सेवा करने में कोई अवरोध उत्पन्न ना हो। पुलिस कर्मचारियों को ऊपर से चालान काटने तक टारगेट आते है। ऐसे में जनता और पुलिस कर्मी दोनों ही आला अधिकारियों के भ्रष्टाचार के शिकार बनाते है।
पंजाब, दिल्ली और चंडीगढ़ के बराबर वेतन मान दिया जाए
जयहिंद ने हरियाणा पुलिस की इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि प्रदेश में 1 लाख 20 हजार कर्मचारियों का काम 60 हजार पुलिस वाले कर रहे है और दोगुनी मेहनत के साथ कर रहे है तो उन्हें सैलरी भी उसी हिसाब से मिले | अगर किसी के घर में सांप भी निकल आता है तो लोग सबसे पहले 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाते है। ऐसे में जन सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले पुलिस को उनका मेहनताना मिलना जरूरी है |
शहीद कर्मचारी के परिवार को मिले एक करोड़ की आर्थिक सहायता
एक पुलिसवाला जब ड्यूटी पर जाता है तो वो खरतनाक अपराधियों से भी भिड़ता है, गैंगवार का भी सामना करना है | ऐसे उसके पीछे उसके माँ -बाप , पत्नी-बच्चे, भाई-बहन होते जो उसके सहारे पे होते है | ऐसे सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि उसके परिवार को पूर्ण आर्थिक सहायता मिले जिसकी वजह भविष्य उन्हें किसी का मोहताज न होता पड़े।
रिटायर पुलिस कर्मियों के पेंशन में बढ़ोतरी
एक पुलिस कर्मी अपने जीवन का अधिकतर हिस्सा समाज और सरकार की सेवा में निकाल देता है। जब उसकी सेवा का वक्त आता है तो सरकार पीछा छुड़ा लेती है। इस बढती महंगाई के दौर में सरकार न सिर्फ उनकी पेंशन बढानी चाहिय बल्कि उनका सम्मान भी करते रहना चाहिए।
वर्दी भत्ता दस हजार रुपये मिले
जयहिंद ने कहा कि अगर आज आम इंसान भी कपड़े सिलवाने जाता है तो 30 से 40 हजार रूपये खर्च कर देता है। वहीं पुलिस वाले जो बारिश , गर्मी और कडकती सर्दी में सड़कों पे खड़े होते है उनके लिए दो हजार रूपये इस महंगाई के दौर में कहाँ का न्याय है। कम से कम वर्दी भत्ते के तौर पर 10 हजार रूपये जरुर मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि होमगार्ड और एसपीओ की सैलरी का मुद्दा भी उठाते हुए कहा कि डीजीपी साहब होमगार्ड और SPO पिछले कई महीनों से अपनी तनख्वाह को लेकर सरकार और विभाग दोनों को लिख कर है। साथ ही इसके लिए प्रदर्शन भी कर चुके है। जब कानूनी व्यवस्था संभालने वाली ही सड़कों पर है तो फिर प्रदेश की जनता कैसे सुरक्षित रह सकती है।
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