चारे की कमी के चलते भुखमरी की कगार पर सैंकड़ों गाय, सुविधाओं को लेकर तरसी गऊएं

punjabkesari.in Wednesday, Feb 05, 2020 - 12:22 PM (IST)

गुहला-चीका (गोयल) : एक तरफ तो हरियाणा सरकार शहरों में नंदीशालाएं खोलकर प्रदेश में करोड़ों रुपए खर्च कर वाहवाही लूट रही है, दूसरी तरफ खोली गई नंदीशालाओं में गऊमाता के लिए कोई भी सुविधा न देकर गायों को जहां भूखमरी के कगार पर पहुंचा दिया है, वहीं ठिठुरती ठंड के लिए ऐसा कोई भी प्रबंध नहीं किया गया जिससे गाय ठंड से बच सके। 

गौ भक्त नवनीत गोयल, सुशील जिंदल, मा. राजकुमार, प्रवीण कुमार, ईश्वर जिंदल, सतीश सेगा, रोहताश, राजकुमार, नरेश, अशोक कुमार आदि ने बताया कि चीका नंदीशाला में लगभग 500 से 700 गाय हैं और उनका पेटभरने के लिए चारा मात्र चार से 5 दिन का शेष बचा है लेकिन सरकार व प्रशासन का भूखी मर रही गायों का कोई ध्यान नहीं है कि गायों के पेट भरने के लिए नंदीशाला में चारा उपलब्ध करवाया जाए। उन्होंने कहा कि खुले आसमान के नीचे ठिठुरती ठंड के कारण दो से तीन गाय हर रोज काल का ग्रास बन रही हैं। 

उन्होंने कहा कि गायों के खड़ा होने के लिए भी जगह काफी कम है लेकिन गायों की संख्या ज्यादा है। चीका नंदीशाला की जो कमेटी बनाई गई उनके प्रमुख कुकु अग्रवाल व रति राम ने बताया कि नंदीशाला में गायों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जिसमें आधे से ज्यादा नंदी हैं।  नंदीशाला के पूर्व प्रधान रतिराम ने बताया कि यदि नंदीशाला में एक से दो एकड़ भूमि उपलब्ध करवाई जानी जरूरी है। बरसात के दिनों में भी गायों को खुले आसमान के नीचे रहना पड़ता है। यदि सरकार व प्रशासन जगह उपलब्ध करवा देता है और 2 बड़े शैड के निर्माण के लिए ग्रांट दी जाए तो गायों के रख-रखाव में काफी सुधार हो जाएगा। 

नंदीशाला में पिछले कई वर्षों से गायों की  सेवा कर रहे गौभक्त नवनीत गोयल ने बताया कि वे सुबह 100 से भी ज्यादा गौ भक्त इकटठे होकर गायों के बैठने की साफ-सफाई व गायों को चारा डालना, पानी पिलाना और बीमार गायों की देखभाल करना खुद करते हैं। उन्होंने कहा कि गायों का चारा मात्र दो से चार दिन का बचा है। सैंकड़ों गौ भक्तों ने नंदीशाला में 2 बड़े शैड बनवाना हेतु और चारे के लिए ग्रांट उपलब्ध करवाने को लेकर हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर मांग की है। 


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Isha

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