LNT कम्पनी के अधिकारियों के अपहरण का मामला, CIA ने गैंग सरगना सहित 8 बदमाश दबोचे
punjabkesari.in Monday, Aug 03, 2020 - 11:38 AM (IST)
पानीपत (संजीव) : इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (आई.ओ. सी.एल.) पानीपत में कंस्ट्रक्शन का काम कर रही एल.एन.टी. कंपनी के एच.आर मैनेजर व आर.सी.एम. मैनेजर का बीते दिनों करीब 58 दिन पहले अपहरण कर मारपीट करने, कंपनी में गाड़ी लगवाने, गैंग के लड़कों को कंपनी में काम देने व 1 लाख रुपए प्रतिमाह रंगदारी मांगने के मामले में दिल्ली दरबार में हुई फजीहत व वहां से पड़े दबाव के बाद जिला पुलिस प्रशासन ने गैंगस्टर व उनके गुर्गों को अरैस्ट करने की जिम्मेदारी तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी अनिल छिल्लर को सौंपी। जिनके नेतृत्व में सी.आई.ए.-थ्री की टीम ने गिरोह के सरगना सहित 8 बदमाश काबू कर लिए।
बदमाशों के कब्जे से वारदात में प्रयोग की गई 3 लाइसैंसी रिवाल्वर, एक फॉच्र्यूनर, 2 इनोवा कार तथा एक बाइक बरामद हुई है। बदमाशों में गैंग सरगना सतपाल राठी निवासी बाल जाटान व नवीन उर्फ बागी निवासी धनसौली व 6 गुर्गें शामिल हैं। सभी बदमाशों को रविवार को अदालत में पेश किया गया। जहां से 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया हैं। वहीं अन्य बदमाशों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है। वर्ष-2018 में गोल्ड लोन बैंक में हुई करोड़ों की डकैती के मामले में भी सी.आई.ए.-थ्री प्रभारी अनिल छिल्लर पानीपत पुलिस के लिए संकटमोचक साबित हो चुके हैं।
रिफाइनरी में कंस्ट्रक्शन का काम कर रही एल.एन.टी. कम्पनी के अबू ताहिर ने बोहली चौकी पुलिस को शिकायत दी थी कि 2 गैंगों के गैंगस्टरों व उनके गुर्गों द्वारा उनके लोगों को ठेके देने, काम पर रखने के लिए परेशान किया जा रहा है। उनकी बात न माननें पर 19 मार्च को कम्पनी के गेट नम्बर 2 नेफ्था प्लांट से मैकेनिकल इंजीनियर रजतदत्ता का अपहरण कर धमकी देकर छोड़ा गया। बदमाशों की डिमांड पूरी न होने पर 3 जून को एक गैंग के लोगों ने कम्पनी के एच.आर. व आर.सी.एम. वेदपाल का अपहरण करके उन्हें एक फार्म हाऊस पर ले गए। जब वह तथा गांगूली अधिकारी को छुड़ाने गए तो उनके साथ भी दुव्र्यवहार किया तथा मोबाइलों से सिम निकालकर फैंक दिए।
बोहली पुलिस को दी शिकायत के बाद भी डेढ़ माह से भी अधिक समय तक कोई कार्रवाई न हुई तो कम्पनी के अधिकारियों ने मामला पैट्रोलियम मंत्रालय के संज्ञान में लाया। जिस पर दिल्ली दरबार से पड़े दबाव के बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने आनन फानन ने न केवल एफआईआर दर्ज की बल्कि पूरी बोहली चौकी को बदल दिया व बदमाशों को पकडऩे का जिम्मा सी.आई.ए.-थ्री के प्रभारी अनिल छिल्लर की टीम को सौंपा।