"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" अभियान को ठेंगा दिखाने वालों पर बड़ी कार्रवाई, प्रतिबंधित एमटीपी बेचने पर मेडिकल स्टोर सील
punjabkesari.in Monday, Feb 05, 2024 - 09:11 PM (IST)
चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): लगातार बिगड़ रहे लिंगानुपात में सुधार हेतु तथा भ्रूण हत्या के महापाप से कलंकित हुई हरियाणा की पावन धरती को फिर से पुरानी स्थिति में लाने हेतु देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" अभियान की शुरुआत के लिए पानीपत की धरती को चुना। उद्देश्य था इससे लिंगानुपात में सुधार होगा और वहीं महिलाओं के सशक्तिकरण में मदद मिलेगी। लेकिन समाज में बैठे लालची लोगों की घटिया मानसिकता के चलते इस सोच को कामयाब होने में काफी देरी लग रही है। हालांकि प्रदेश सरकार खास तौर पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की कोशिशों के चलते आज प्रदेश में लगातार बेटियों की अनुपात संख्या में इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज समय-समय पर इससे संबंधित बैठके उच्च अधिकारियों की लेते हुए कड़े और महत्वपूर्ण निर्देश देते नजर आते रहे हैं। प्रदेश सरकार ने भ्रूण हत्या गिरोह को पकड़वाने वालों के लिए एक अच्छी खासी इनाम स्वरूप राशि की भी योजना बनाई हुई है। प्रदेशभर के कई सामाजिक संगठन लगातार इस योजना को सफल बनाने हेतु कहीं स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता मिशन, नुक्कड़ नाटक - सभाएं इत्यादि भी करती नजर आती रहती हैं। बावजूद इसके बहुत से मेडिकल स्टोर संचालक और चिकित्सक अपनी करनी से बाज नहीं आ रहे।
योजनबद्ध तरीके से स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल स्टोर पर दबिश
सोमवार को भी इस प्रकार का एक मामला सामने आया जब पानीपत के स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव बापौली में एक मेडिकल स्टोर संचालक पर रेड की गई। नेतृत्व कर रही जिला ड्रग इंस्पेक्टर विजय राजे राठी की टीम में डॉ0 पवन और बापौली के एमओ सोमबीर को शामिल किया गया था। इस दबिश के लिए कई दिन से प्लानिंग करते हुए रैकी की जा रही थी। क्योंकि स्टोर संचालक बेहद चालाक- चतुर था इसलिए किसी प्रकार की कोई खामी या गलती ना हो पूरी योजना बनाई जा रही थी। बता दे कि यह मामला ड्रग कंट्रोलर डॉ मनमोहन तनेजा समेत विभाग के कई उच्च अधिकारियों के भी संज्ञान में था और आवश्यक दिशा निर्देश टीम की लीडिंग अधिकारी को दी जा रही थी। इसके लिए आरोपित शिव मेडिकल स्टोर के संचालक जीतू के विश्वसनीय ग्राहक को तैयार किया गया तथा एक गुप्त कैमरा उसकी जैकेट में फिट किया गया था।
अधिकारियों ने दुकान को किया सील
कुछ दिन पहले इस ग्राहक ने स्टोर संचालक जीतू के साथ एमटीपी किट (गर्भ गिराने वाली दवा) अपनी पत्नी हेतु लेने के लिए संपर्क किया। क्योंकि अधिकारियों के पास काफी दिनों से इस स्टोर संचालक की सूचना थी कि लगातार यह व्यक्ति गर्भ गिराने समेत कई प्रतिबंध दवाएं भी विक्रय करता है। ग्राहक को 500 रुपए इसकी कीमत बताते हुए स्टोर संचालक जीतू ने सोमवार का समय यह दवा दिए जाने के लिए निर्धारित किया। अधिकारीगण इस मिशन की तैयारी कर चुके थे और गांव बापौली में सुबह लगभग साढे 10 बजे ही अधिकारीगण पहुंच गए और ग्राहक को इस दुकान पर भेजा गया। जैसे ही आरोपी स्टोर संचालक जीतू द्वारा ग्राहक को यह दवा दी गई तुरंत प्रभाव से दुकान पर अधिकारियों ने दबिश दे दी और तुरंत प्रभाव से संबंधित थाना को सूचना दी गई तथा उक्त ग्राहक को भी वही रोक उसकी जैकेट से संबंधित अधिकारियों द्वारा कैमरा भी निकाला गया और आरोपी जीतू व ग्राहक दोनों ने इस दवा को लिए- दिए जाने की बात को भी कबूला। अधिकारियों द्वारा दोनों के बयान दर्ज किए गए। जानकारी अनुसार उक्त दुकान में कई अनियमितताएं पाई गई। अन्य दवाइयां की खरीद फरोख्त संबंधित सिस्टम को देख भी अधिकारी संतोष जनक नहीं देखे गए। अधिकारियों ने उक्त आरोपी दुकानदार जीतू को नोटिस देने के बाद दुकान को सील कर दिया।
एमबीबीएस डाक्टर भी नहीं दे सकते इस किट के प्रयोग की प्रेसक्रिप्शन
जानकारी मुताबिक उक्त आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक ने 500 में दवा विक्रय करने की बात कबूली है। यह दवा बिना डॉक्टर की सलाह और पर्चे के कोई भी स्टोर संचालक विक्रय नहीं कर सकता। पीएनडीटी तथा एमटीपी अधिनियमों के अनुसार एमटीपी किट रखना तथा बिक्री करना गैर कानूनी है। सिर्फ एमडी गायनाकोलोजिस्ट की निगरानी में ही यह किट प्रयोग की जा सकती है। एमबीबीएस डाक्टर भी इस किट के प्रयोग की प्रेसक्रिप्शन नहीं दे सकते। लेकिन यहां बिना डॉक्टरी परामर्श और पर्चे (प्रेसक्रिप्शन) के यह दी जा रही थी। दुकान पर दबिश करने के दौरान आसपास सैकड़ो लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मीडिया से बातचीत के दौरान लीडिंग अधिकारी विजय राजे ने बताया कि स्टोर संचालक द्वारा उन्हें सेल रिकॉर्ड और कैश मेमो नहीं दिखाया गया और उक्त एमटीपी किट संबंधित कोई कागजात पेश नहीं किया गया। अधिकारियों द्वारा दुकान को सील करके आगामी कार्यवाही शुरू की गई।
बेटियों द्वारा रोजाना मेडल जीतने वाले प्रदेश में लालची कर रहे हैं घृणित कार्य
प्रदेश के लिंगानुपात में लगातार आए संतुलन का मुख्य कारण बेटियों के प्रति घृणित सोच रही है एक अद्भुत और सुंदर संदेश देने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा की धरती को चुना था। प्रदेश सरकार और प्रशासन ने भी इसे महत्वपूर्ण जरूरत समझते हुए कई क्रांतिकारी कदम उठाए और आज परिणाम बेहद सकारात्मक सामने आए हैं। वहीं दूसरी तरफ समाज में फैली अज्ञानता को समय-समय पर खुद बेटियों ने दूर करने का काम किया है। तरह-तरह के आयाम स्थापित करने के साथ-साथ देश की बेटियों ने विदेशों में भी अपनी काबिलियत और क्षमता को प्रमाणित किया है। सामाजिक रूप से भी बेटों से कहीं अधिक बढ़कर बेटियों ने माता-पिता और समाज का नाम रोशन किया है। तमाम उच्च पदों पर आसीन होकर-तमाम खेलों में मेडल जीतकर- तमाम सामाजिक सेवाओं में अपनी दक्षता को प्रमाणित करने का काम जहां बेटियों ने किया वहीं माता-पिता के प्रति अधिक भावुक रहने वाली बेटियों ने बेटों से कहीं अधिक बढ़कर न केवल अपने माता-पिता की बल्कि अन्य रिश्तो को भी अच्छे से निभाया है। कईबार जब कई-कई पुत्रों के माता-पिता वृद्ध आश्रमों में आश्रितों की तरह जीवन जीने को मजबूर दिखते हैं तो वही बिना पुत्रों केवल पुत्री वाले माता-पिता अधिक खुशियां पाते हुए दिखते हैं।
गर्भ के सैकड़ो हत्यारों को पकड़वा चुकी हैं अंबाला की सीमा
बहादुरी, साहस और पराक्रम की मिसाल बनी अंबाला जिले की एक महिला सीमा जिसने लगातार अपनी जान को जोखिम में डाल प्रधानमंत्री के ''बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ" कार्यक्रम की सफलता में एक विशेष योगदान दिया है। इस महिला ने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम के साथ मिल ऐसे मिशन में महत्वपूर्ण किरदार निभाए जिन्हें सुन आपके होश फाख्ता हो जाएंगे। अपने सूत्रों के माध्यम से महिला समाज के इन बड़े दुश्मनों को ढूंढ ढूंढ कर निकलती है और जेल की हवा खिलवाती है। महिला सीमा की मदद से प्रशासन कई राज्यों में ऐसे क्लीनिक, अल्ट्रासाउंड केंद्र और अस्पताल सील कर चुका है तथा कई पीएमटी किट बेचने वालों को भी काबू कर चुका है। उक्त मामलों में सैकड़ो लोगों की गिरफ्तारियां इस महिला की मदद से हो चुकी है। अब तक महिला को हरियाणा सरकार द्वारा लगभग 30 लाख रुपए की राशि प्राप्त हो चुकी है और कई बार प्रशासन इन्हें इनकी बहादुरी के लिए सम्मानित कर चुका है।
विज के दोनों विभागों के सामंजस्य के कारण मिल रही है सफलताएं
पीएनडीटी यानि गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम, 1994 के अन्तर्गत गर्भाधारण पूर्व या बाद लिंग चयन और जन्म से पहले कन्या भ्रुण हत्या के लिए लिंग परीक्षण करना, इसके लिए सहयोग देना व विज्ञापन करना कानूनी अपराध किया गया था तथा गर्भ गिराने वाली दवाओं से संबंधित भी कई कड़े कानून सरकारों द्वारा बनाए गए हैं। बावजूद इसके देशभर खास तौर पर हरियाणा में लगातार घट रहे लिंगानुपात की गंभीरता और संबंधित अपराधियों के लालच की जड़ों की गहराइयों को समझते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज द्वारा संबंधित लोगों को न केवल समय-समय पर चेतावनिया देते रहे हैं, बल्कि देश में एक मिसाल पेश करते हुए अनिल विज ने ऐसे अपराध को पकड़वाने पर इनाम स्वरूप भारी राशि सुनिश्चित भी की थी। विभागीय अधिकारियों द्वारा कई केमिस्ट, चिकित्ससको, बिचौलियों और अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालकों को जेल की हवा खिलाई जाती रही है। सोमवार को भी गर्भ गिराने वाली दवा अवैध रूप से बेचने का एक मामला सामने आया है।
प्रदेश के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री अनिल विज ने प्रदेश के सामाजिक संगठनों और समाजसेवियों से आह्वान किया है कि आसपास इस प्रकार के किसी भी अनैतिक कार्य या प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्री संबंधित सूचना तुरंत विभाग के अधिकारियों को दें, अगर किसी कारणवश विभाग से सूचना लीक होने संबंधित शक या डर है तो सीधा उनसे संपर्क करें। उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और एक बड़ी कार्रवाई अंजाम में लाई जाएगी। गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महिलाओं को सशक्तिकरण करने के मिशन को हर हालत में कामयाब किया जाएगा। इस नेटवर्क को जड़ से उखाड़ कर छोड़ेंगे।
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