'ले लो, ले लो 50 पैसे प्रति किलो गेहूं ले लो' के नारों से गूंजा लघु सचिवालय

punjabkesari.in Saturday, Jun 12, 2021 - 11:12 PM (IST)

रोहतक (दीपक): 'ले लो, ले लो 50 पैसे प्रति किलो गेहूं ले लो' के नारों से आज लघु सचिवालय गूंज उठा। सरकार व प्रशासन द्वारा किलोई मंडी में गेहूं की खरीद न करने से परेशान किसानों ने आज लघु सचिवालय के बाहर गेहूं की ढेरी लगाकर 'गेहूं ले लो' के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया, जिसकी अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान के की।

भाकियू नेता बल्लू प्रधान ने कहा कि जब तक सरकार किलोई मंडी मैं किसानों के गेहूं का एक-एक दाना नहीं खरीदेगी, तब तक वे और भाकियू जिलाध्यक्ष रणधीर उर्फ काला आमरण अनशन पर रहेंगे। यही, नहीं किसानों ने गेंहू की सरकार द्वारा बेकदरी की जाने का आरोप लगाते हुए 50 पैसे प्रति किलो के हिसाब से गेंहू बेचना शुरू कर दिया। किसान लघु सचिवालय के बाहर तराजू लेकर 50 पैसे प्रति किलो के हिसाब से गेंहूं बेचने को मजबूर हो गए, क्योंकि सरकार ने किलोई मंडी में गेहूं की खरीद के लिए पोर्टल बंद कर दिया और किसानों का लगभग ढाई हजार क्विंटल गेहूं नहीं खरीदा गया। 

बल्लू प्रधान ने बताया कि इससे पहले 3 जून को भी वे अंबेडकर चौक पर ट्रैक्टर ट्रालीओं में गेहूं भरकर प्रदर्शन कर चुके हैं, जिसको लेकर जिला प्रशासन ने उन्हें आश्वासन दिया था कि जल्द ही मंडी में गेहूं की खरीद कर ली जाएगी। उसके बाद 1 दिन के लिए पोर्टल चालू भी कर दिया, मगर वह जल्द ही वापस बंद कर दिया गया और गेहूं की खरीद नहीं हो पाई। 

अनिल नांदल ने कहा कि वे लगातार किसानों के साथ जाकर जिला प्रशासन के सामने गुहार लगा चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन गेहूं की खरीद तो दूर उनके फोन तक नहीं उठा रहा, जिससे परेशान होकर उन्होंने आज लघु सचिवालय के बाहर दो ट्रेली गेहूं उतार दिया और 50 पैसे के हिसाब से बेचना शुरू कर दिया। अगर सरकार व प्रशासन ने गेहूं की खरीद जल्द शुरू करते हुए एक एक दाना नहीं खरीदा, तो बाकी का गेहूं भी लघु सचिवालय के बाहर ढेरी लगाकर 50 पैसे प्रतिकिलो के हिसाब से किसान बेचने पर मजबूर होगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ इस तरह का अन्याय न करें। उन्होंने कहा कि  एक तरफ तो सरकार किसानों की आय दुगनी करने की बात करती है और दूसरी ओर तैयार फसलों को खरीदने को तैयार नहीं। 

बल्लू प्रधान ने कहा कि वे तब तक आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे, जब तक किलोई मंडी में किसानों के पीले सोने का एक एक दाना नहीं खरीदा जाएगा। वहीं उन्होंने बताया कि आज करीब ढाई सौ किलो गेहूं बिका और एक कट्टा एक बुजुर्ग महिला को दान भी दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को इस अन्नदाता की कदर करनी चाहिए। वरना इस गरीब किसान की हाय सरकार को ले डूबेगी। 
 

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Content Writer

Shivam

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