किसान विपक्ष की बातों में आकर अपना, प्रदेश और देश का न करें नुकसान: मूलचंद शर्मा

punjabkesari.in Friday, Nov 27, 2020 - 04:52 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): वह तीन कृषि कानून जिन्हें केंद्र सरकार ने कोरोना काल के दौरान पास किया।  सरकार का दावा है 2022 में इन बिलों के आधार पर किसान की आय दोगुनी हो जाएगी, वहीं किसान इसे भविष्य का खतरा मान रहे हैं। जिसे लेकर पूरे देश खासतौर पर हरियाणा-पंजाब में बड़ा बवाल देखने को मिल रहा है। हरियाणा-पंजाब के किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं और देश का एनएच-1 यानी जीटी रोड तक किसान जाम किए हुए हैं। इससे हरियाणा सरकार के हाथ पांव फूले नजर आ रहे हैं।

इस बारे में प्रदेश के मंत्री मूलचंद शर्मा से पंजाब केसरी ने चर्चा की। जिसमें शर्मा ने बताया कि इन कृषि कानूनों की शुरुआत कांग्रेस के समय में हुई, लेकिन वह बिल पास नहीं करवा पाए, जो कि भारतीय जनता पार्टी ने इन कानूनों को किसानों के लिए बेहतर मानते हुए इन्हें पास किया। जिसका भारी लाभ 2022 में किसानों को मिलेगा। लेकिन आज कांग्रेस  किसानों को एमएसपी और मंडियां खत्म होने का डर दिखाकर सड़कों पर उतार रही है, जो कि काफी शर्मनाक बात है। 

किसानों द्वारा दिल्ली कूच करते वक्त जीटी रोड जाम करने के सवाल पर हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने विपक्षी दल कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि विपक्षी दल किसानों के नाम पर ऐसे समय में राजनीति कर रहे हैं जिस समय यह देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। विपक्ष की दुकान बंद हो चुकी है। इसीलिए वह लोग देश में इस प्रकार का माहौल पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा आज तो किसान इन बिलों का महत्व समझ नहीं रहा लेकिन आने वाले समय में इनसे जो लाभ किसान को होगा तब किसान समझेगा कि उनका असली दोस्त और असली दुश्मन कौन है। 

शर्मा ने कहा कि किसान को यह समझना होगा कि इस प्रकार के धरने-प्रदर्शनों से देश-प्रदेश का नुकसान तो होगा ही, साथ ही यह उनके भी हित में नहीं है। उन्होंने किसानों से विनती की है कि धरने- प्रदर्शन करना उनका अधिकार है। लेकिन ऐसेेे समय में जब देश-प्रदेश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है उस समय ऐसा ना करें। 

शर्मा ने कहा पंजाब और हरियाणा के लोग हमेशा शांति और प्यार बांटने के लिए जाने जाते रहे हैं। यह दूसरों की परेशानी, दूसरों का दुख दूर करने वाले हैं, न कि सड़कें जाम करके लोगों को, प्रदेश को, देश को नुकसान करने वाले। उन्होंने किसान को राजनीतिक मोहरा ना बनने की सलाह दी।


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Shivam

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