दीपेंद्र हुड्डा बोले- सरकार अपनी जिद छोड़े, बात मानने से कोई छोटा नहीं होता

punjabkesari.in Saturday, Jan 02, 2021 - 09:07 PM (IST)

यमुनानगर (सुमित): पिछले लंबे समय से कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर यमुनानगर में पंचकूला रुड़की नेशनल हाईवे गधोला मिल्क माजरा टोल पर किसान धरने पर बैठे हुए हैं। शनिवार को टोल प्लाजा पर बैठे किसानों के बीच कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा पहुंचे और अपना समर्थन दिया। इस दौरान दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार को राज हठ छोड़कर राज धर्म का रास्ता अपनाना चाहिए और तुरंत किसानों की बात माननी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में 45 के करीब किसानों की जान जा चुकी है, सभी किसानों को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए। उनके परिवार को नौकरी देनी चाहिए और आर्थिक मदद की जाए।

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दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार अपनी जिद छोड़े, अपनी प्रजा से जिद और हठ लगाकर कुछ हासिल नहीं होगा। किसानों की बात मानने से कोई शासक कोई सरकार छोटी नहीं होती। प्रजा की बात मानने से किसी की हार नहीं होती। आज देश के किसानों की भावना है कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। सरकार सभी किसान संगठनों से बातचीत कर सर्व सहमति से कोई रास्ता निकाला जाए। उन्होंने कहा कि सरकार से मांग करता हूं कि जिन किसानों की जान गई है, उनके परिवारों को नौकरी, आर्थिक मदद और शहीद का दर्जा देने का काम किया जाए। 

वहीं हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के बयान कि अगर एमएसपी खत्म हो गई तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा पर दीपेंद्र ने कहा कि अमित शाह कहते हैं कि हम एमएसपी नहीं दे सकते, अब खट्टर साहब सही हैं या गृह मंत्री ठीक हैं। उन्होंने कहा कि देश में एक मार्केट की बात आ रही है, सरकार खरीद से पीछे हट रही है और औद्योगिक घरानों को आगे ला रही है। उनके हवाले किसान के भविष्य को छोड़ कर जा रही है। कहने और करने में बहुत फर्क है।

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उन्होंने कहा कि मैं राज्यसभा का सदस्य हूं हमारी वोटिंग ही नहीं हुई। संसद पर ताला लगा हुआ है, यह कानून बना दिए, लेकिन वोटिंग नहीं हुई।  हरियाणा के 15 सांसद है 15 में से 14 बीजेपी के हैं अकेला मैं हूं। वोट तो उन्हीं के पास ज्यादा थी फिर भी हमारी वोट नहीं पड़ने दी। हम तो बोलेंगे ना राजनीतिक दल भी बोलेंगे फिर कुछ तो बोलेंगे। आप भी बोलो संसद को कोरोना  क्यों हुआ है बीजेपी की रैलियों को बंगाल में करोना क्यों नहीं हो रहा ।देश की संसद को करोना हुआ है एक बार उन्हें फिर से कहा कि जो भी किसानों ने इस आंदोलन में कुर्बानी पीएम को शहीद का दर्जा दिया जाए उनके परिवार को आर्थिक मदद दी जाए जब यह समझौता हो किसान संगठनों के साथ में यह बात भी की जाए मैं बहुत परिवारों से जाकर मिला हूं हरियाणा के एक दर्जन किसान कुर्बान हो चुके हैं उनकी स्थिति ठीक नहीं है।


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vinod kumar

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