जागरूकता : नंदिनी व हर्ष ने लॉकडाउन का किया सदुपयोग, बना डाले हजारों मास्क व कपड़े के थैले

punjabkesari.in Sunday, Jun 07, 2020 - 03:09 PM (IST)

रेवाड़ी (महेंद्र भारती) : सिंगल यूज़ पॉलीथिन पर पीएम मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2019 को पूर्णतः बैन कर दिया गया है। लेकिन पिछले दो वर्षों से रेवाड़ी की बेटी नंदिनी व उसके छोटे भाई हर्ष ने लोगों को पॉलीथिन का इस्तेमाल ना करने के लिए जागरूक कर रहें है। जहां रेवाड़ी के मोहल्ला विकास नगर निवासी 12वीं कक्षा की छात्रा नंदिनी व 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले हर्ष ने पीएम मोदी के सिंगल यूज़ पॉलीथिन बैन के क़रीब दो वर्ष पहले से ही पॉलीथिन का इस्तेमाल ना करने के लिए लोगों को कपड़े के थैलों का प्रयोग करने के लिए जागरूक कर रहें है।
 
PunjabKesari
आपको बता दें कि यह दोनों बच्चे को स्कूल के बाद जो समय खेलने के लिए मिलता था उस समय में यह बच्चे कपड़े के थैले बनाते है। जो जेब खर्ची इन बच्चों को मिलती थी उसी से यह थैले बनाने के लिए कपड़ा बाज़ार से ख़रीदते है। अब तक यह बच्चे हजारों कपडे के थैले बनाकर लोगों को निःशुल्क भेंट कर चुके है। 

PunjabKesari
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देश भर में लॉकडाउन के बाद लोग अपना समय व्यतीत नहीं कर पा रहे थे। लेकिन नंदिनी और हर्ष ने लॉकडाउन में समय का ठीक से सदुपयोग किया और घर पर ही रहकर कपड़े के हज़ारों थैले बनाएं साथ ही उन्होंने कोरोना से लड़ने के लिए मास्क भी तैयार कर लोगों में बांटे। नंदिनी और हर्ष दोनों छात्रों ने लॉकडाउन की ठीक से अनुपालना की और घर पर रहकर हज़ारों थैले बनाएं ताकि पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकें।

PunjabKesari
नंदिनी ने बताया कि लोगों को कपड़े से बने थैलों का इस्तेमाल करना चाहिए। पॉलीथिन से पर्यावण दूषित होता है, जो मनुष्य की सेहत के लिए हानिकारक होता है। कोरोना वायरस भी प्लास्टिक पर ज़्यादा समय तक जिंदा रहता है और कपड़े पर कुछ समय के लिए ही रहता है। इसलिए लोगों को कपड़े से बने थैलों का इस्तेमाल करना चाहिए। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

Manisha rana

Recommended News

Related News

static