इनेलो-बसपा का गठबंधन टूटने के कगार पर, मायावती ने दिए संकेत(VIDEO)

punjabkesari.in Monday, Feb 04, 2019 - 10:20 PM (IST)

लखनऊ: इनेलो-बसपा का गठबंधन जो शुरूआत में अटूट रहने का दावा करता था, अब टूटने की कगार पर पहुंच गया है। इसके संकेत बसपा सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ में हुई बसपा-इनेलो के गठबंधन की समीक्षा बैठक में दिए हैं। मायावती से मिले संकेतों के मुताबिक, आने वाले दिनों में बसपा इस गठबंधन पर पुनर्विचार करके बड़ा फैसला ले सकती है। गठबंधन के टूटने के पीछे जींद उपचुनाव में इनेलो को मिली हार बताया जा रहा है। मायावती का कहना है कि बसपा का गठबंधन तभी होगा जब चौटाला परिवार एक साथ चलेगा।

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बता दें कि हरियाणा में अपनी साख मजबूत बनाने के लिए बहुजन समाजवादी पार्टी ने हरियाणा की क्षेत्रीय पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल से गठबंधन की घोषणा की थी। यह गठबंधन मई 2018 में खुलकर सामने आया था। इससे पहले बसपा-इनेलो का गठबंधन बीस साल पहले 1998 में हुआ था, उस समय बसपा को राज्य की एक लोकसभा सीट पर विजय मिली, जो अंबाला लोकसभा सीट से अमन नागरा ने जीती थी।

बीते साल हुए इस गठबंधन की मजबूती सियासी तापमान से कमजोर हो रही है, जिसका सीधा कारण इनेलो में हुई दो फाड़ के अलावा हरियाणा में हुए मेयर चुनाव और सबसे बड़ी वजह जींद उपचुनाव में इनेलो को मिली हार है, क्योंकि जींद सीट पर पिछले चुनाव में जीत हासिल करने वाली इनेलो उपचुनाव में दूसरे, तीसरे नंबर तो क्या चौथा नंबर भी नहीं हासिल कर पाई। वहीं इनेलो के ही परिवार से जन्मी जननायक जनता पार्टी जीत नहीं हासिल कर सकी, लेकिन दूसरे नंबर पर जरूर बनी रही।

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मायावती के चौटाला परिवार के एक होने के बाद इनेलो से गठबंधन के दावे के पीछे भी बहुत बड़ा कारण यह हो सकता है कि जहां सांसद दुष्यंत चौटाला के अलग होने से जींद उपचुनाव में इनेलो पांचवें नंबर पर चली गई। वहीं इनेलो से बाहर निकलने पर दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी जीत तो नहीं सकी, लेकिन कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए दूसरे नंबर आ पहुंची। ऐसे में मायावती ने इनेलो की मजबूत ईंट दुष्यंत और अभय चौटाला में से कौन है, इसकी पहचान कर ली और चौटाला परिवार को पहले एक होने की बात कही।


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Shivam

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