निकिता तोमर हत्याकांड: कहीं फैसले का स्वागत तो कुछ ने कहा.. फांसी है वास्तविक न्याय

punjabkesari.in Saturday, Mar 27, 2021 - 11:33 AM (IST)

फरीदाबाद (महावीर गोयल): बहुचर्चित निकिता हत्याकांड में आखिर 5 महीने बाद न्याय मिला और दोनों आरोपियों तौसीफ और रेहान को फास्ट ट्रैक कोट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है और तीसरे आरोपी अजरू को बरी कर दिया है। कोर्ट के इस निर्णय पर शहरवासियों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। किसी ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है तो किसी ने उम्रकैद के फैसले को नाकाफी बताते हुए निराशा व्यक्त की है और तीसरे आरोपी को बरी करने पर भी सवाल खड़े किए हैं। शहरवासियों ने निकिता हत्याकांड में आए कोर्ट के फैसले पर पंजाब केसरी से अपनी प्रतिक्रिया सांझा की।

जिला सचिव भाजपा व समाजसेवी मुकेश अग्रवाल ने कहा कि निकिता हत्याकांड में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने जो निर्णय दिया है, उसका हम स्वागत करते हैं। फरीदाबाद के इतिहास में इस तरह के मामले में पहली बार इतनी जल्दी निर्णय आया है। हम सभी को कोर्ट के निर्णय का सम्मान करना चाहिए। भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस तरह का जघन्य अपराध करने से पूर्व इस निर्णय के बारे में जरूर सोचेगा और ऐसा जघन्य अपराध करने का साहस नहीं करेगा।

प्रोत्साहन चैरिटेबल ट्रस्ट प्रधान मधु गुप्ता ने कहा कि निकिता हत्याकांड को लेकर लगातार न्याय की गुहार लगाई जा रही थी। उम्मीद थी कि जिस तरह से दिन-दिहाड़े निकिता की हत्या की गई, उसके हत्यारों को फांसी की सजा दी जाएगी परंतु कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी है। हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं परंतु इस तरह का अपराध करने वालों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए ताकि ये एक नजीर बन सके, उन लोगों के लिए जो किसी की जान लेने से पहले एक बार भी नहीं सोचते।

समाजसेवी इला गुप्ता ने कहा कि निकिता के हत्यारों को फांसी की सजा देनी चाहिए थी तथा तीसरे आरोपी को बरी करना भी हमारे गले नहीं उतर रहा। हम न्यायप्रणाली का सम्मान करते हैं परंतु पूरी घटना सीसीटीवी में कैद थी तथा सरेआम हत्या को अंजाम देते हुए आरोपी देखे गए। इसके बावजूद दोषियों को फांसी की सजा नहीं दी गई जबकि तीसरे आरोपी जिसने हथियार उपलब्ध करवाया था, उसे सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। हम इस निर्णय से संतुष्ट नहीं हैं।

ऑल इंडिया ह्यूमन राइट्स के अध्यक्ष संगीता आहुजा ने कहा कि निकिता को मिले न्याय से महिलाओं व युवतियों को बल मिला है। निकिता हत्याकांड से युवतियों व महिलाओं में असुरक्षा की भावना घर कर गई थी परंतु निकिता के हत्यारों को उम्रकैद की सजा मिलने से लोगों में न्यायप्रणाली को लेकर विश्वास और मजबूत हुआ है। जिस तरह से फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हुई है, उससे लोगों में न्याय में देरी को लेकर जो निराशा रहती है, वह भी दूर हुई है।

उद्योगपति व समाजसेवी वीके मलिक ने कहा कि हम कोर्ट के फैसले को सम्मान करते हैं। निकिता हत्याकांड पूरे देश में चर्चा में था और कोर्ट के निर्णय से उन अपराधिक प्रवृति के लोगों को सबक मिलेगा जो बेटियों की सुरक्षा व जीवन के साथ खिलवाड़ करते हैं। हालांकि उम्रकैद की बजाय फांसी की सजा दोनों आरोपियों को होती और तीसरे आरोपी को भी सजा मिलती तो और अधिक बेहतर होता परंतु उसके बावजूद भी हम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हैं।

उद्योगपति व समाजसेवी दिनेश शर्मा ने कहा कि बढ़ते अपराधों के कारण महिलाएं व युवतियों में असुरक्षा की भावना घर करने लगी है। खासकर निकिता हत्याकांड के बाद लोग बेटियों की सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित रहने लगे थे परंतु निकिता हत्याकांड के दोषियों को उम्रकैद व जुर्माने की सजा से उन मां-बाप की भी चिंता कम हुई है और बेटियों में भी हिम्मत आई है कि जघन्य अपराध करने वाले कितना ही रसूख रखते हों, सजा से बच नहीं सकते।

आईएमटी इंडस्ट्रीज एसो. फरीदाबाद वूमन सैल चेयरपर्सन रश्मि सिंह ने कहा कि निकिता हत्याकांड में कोर्ट के लिए गए फैसले से हम पूरी तरह संतुष्ट है। इससे अपराध करने वालों के मन में डर पैदा होगा। इस मामले में कोर्ट ने जितनी तेजी के साथ सुनवाई की और जल्दी ही निकिता के परिजनों को न्याय दिया है,वह स्वागत योगय है। इससे न्याय प्रणाली में लोगों को विश्वास और मजबूत होगा और लोगों को न्याय की उम्मीद जगेगी। ये केवल निकिता के हक में लिया गया निर्णय नहीं है बल्कि पूरे देश की बेटियों के हक में लिया गया कोर्ट का निर्णय है। 
 

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Content Writer

vinod kumar

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