प्राइवेट स्कूल अपने आस-पास के सरकारी स्कूलों को अडॉप्ट कर शैक्षिक स्तर सुधारें : मनोहर लाल

punjabkesari.in Sunday, Jan 26, 2020 - 10:03 AM (IST)

गुरुग्राम (ब्यूरो): मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को प्राइवेट स्कूलों की प्रबंधन समितियों को आह्वान किया कि वे अपने आस-पास के क्षेत्र में सरकारी स्कूलों को अडॉप्ट करके उनके शैक्षिक स्तर में सुधार लाने में सहयोग करें। वह गुरुग्राम जिला के गांव धनकोट में जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।  मुख्यमंत्री ने शिक्षा को मनुष्य निर्माण के लिए अहम बताते हुए कहा कि भौतिक विकास के साथ-साथ मनुष्य निर्माण जरूरी है और इसमें सबसे ज्यादा योगदान शिक्षा का होता है। राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने का भरपूर प्रयास कर रही है। प्राइवेट संस्थाएं भी शिक्षा के प्रसार में योगदान दे रही हैं,इसलिए इस कार्य में सरकार और प्राइवेट संस्थाएं दोनों पार्टनर हैं, दोनों का उद्देश्य एक ही है। सरकारी संस्थान और प्राइवेट संस्थाएं मिलकर प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार लाएं। 

प्राइवेट स्कूलों की मैनेजमेंट अपने स्कूल के आस-पास के सरकारी स्कूलों को अडॉप्ट करें और उनमें शिक्षा के स्तर में सुधार लाने में मदद करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजकीय स्कूलों में साधन सरकारी होंगे और शिक्षा पद्धति प्राइवेट संस्थाओं जैसी होगी। इसके लिए उन्होंने सरकारी अधिकारियों को निर्देश दे रखे हैं कि वे प्राइवेट स्कूलों की मैनेजमेंट के साथ एम.ओ.यू. करें। करनाल के कुछ प्राइवेट स्कूलों ने 50 राजकीय विद्यालयों को अडॉप्ट भी कर लिया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ अर्थात विद्याॢथयों को 9वीं तक फेल नहीं करने की नीति से प्रदेश के राजकीय स्कूलों में शिक्षा के स्तर में गिरावट आई। वर्तमान भाजपा सरकार ने इसका संज्ञान लेते हुए पुन: परीक्षाएं करवानी शुरू की हैं और मासिक टैस्ट भी शुरू करवाए जिससे बच्चों में फिर से शिक्षा के प्रति रुझान हुआ है। सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए विशेषज्ञ लगे हैं और खेल-खेल में शिक्षा, प्रजौक्ट तैयार कर लॄनग स्तर में सुधार लाने के प्रयोग किए जा रहे हैं। 


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Isha

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