हरियाणा को एसवाईएल से पानी देने की मांग के समर्थन में भाजपा कार्यकर्ताओं का सामूहिक उपवास
punjabkesari.in Saturday, Dec 19, 2020 - 06:17 PM (IST)
जींद, 19 दिसंबर (भाषा) हरियाणा के किसानों को एसवाईएल से पानी देने की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को यहां पार्टी कार्यालय में एक दिन का उपवास रखा।
भाजपा नेताओं ने कहा कि हरियाणा के किसानों के लिए सतलुज-यमुना लिंक (एसवाइएल) नहर से पानी नहीं मिलना सबसे बड़ा मुद्दा है।
उन्होंने कहा कि किसानों के हितैषी बन कर आज सड़कों को घेरे बैठे किसान नेताओं ने कभी भी एसवाईएल के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन नहीं किया है, इसलिए भाजपा कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर एसवाईएल से हरियाणा को पानी देने की मांग को लेकर एक दिन के सामूहिक अनशन पर बैठे हैं।
धरने की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष राजू मोर ने की। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश को उसके हिस्से का पानी आज 54 साल बाद भी नहीं मिल पाया है, किसान विरोधी राजनीतिक दलों के नेता एसवाईएल के मुद्दे को भटकाने के लिए अब व्यूह रचना रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि किसान हित की बात करने वाले हरियाणा के किसानों के हक के बारे में नहीं सोच रहे हैं।
भाजपा नेता पूर्व विधायक कलीराम पटवारी, पूर्व जिलाध्यक्ष अमरपाल राणा ने पंजाब सरकार से मांग की कि हरियाणा के हिस्से का पानी दिया जाए।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि हरियाणा के किसानों के लिए सतलुज-यमुना लिंक (एसवाइएल) नहर से पानी नहीं मिलना सबसे बड़ा मुद्दा है।
उन्होंने कहा कि किसानों के हितैषी बन कर आज सड़कों को घेरे बैठे किसान नेताओं ने कभी भी एसवाईएल के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन नहीं किया है, इसलिए भाजपा कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर एसवाईएल से हरियाणा को पानी देने की मांग को लेकर एक दिन के सामूहिक अनशन पर बैठे हैं।
धरने की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष राजू मोर ने की। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश को उसके हिस्से का पानी आज 54 साल बाद भी नहीं मिल पाया है, किसान विरोधी राजनीतिक दलों के नेता एसवाईएल के मुद्दे को भटकाने के लिए अब व्यूह रचना रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि किसान हित की बात करने वाले हरियाणा के किसानों के हक के बारे में नहीं सोच रहे हैं।
भाजपा नेता पूर्व विधायक कलीराम पटवारी, पूर्व जिलाध्यक्ष अमरपाल राणा ने पंजाब सरकार से मांग की कि हरियाणा के हिस्से का पानी दिया जाए।
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