लिंग जांच करने पर चिकित्सक सहित तीन गिरफ्तार

punjabkesari.in Sunday, Jun 26, 2022 - 08:43 PM (IST)

गुड़गांव, (पवन कुमार सेठी): स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंग जांच करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह 70 से 80 हजार रुपये लेकर लिंग जांच करता था। विभाग की टीम ने अल्ट्रासाउंड सेंटर से रिकॉर्ड जब्त करने के बाद मशीन सील कर दी। पटौदी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर डॉक्टर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। मामले में तीन तीन लोग अभी भी फरार हैं। आरोपी ग्राहक को सेंटर तक लाने के लिए पहले दूसरे जिले में घुमाते थे और बाद में उन्हें पटौदी नागरिक अस्पताल के सामने बने अल्ट्रासांउड सेंटर में लाते थे।

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स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली कि फर्रुखनगर और पटौदी इलाके में ऐसा गिरोह है जो 70 से 80 हजार रुपये लेकर लिंग जांच कराता है। जिस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य एक गर्भवती महिला को लेकर गिरोह के एक सदस्य के पास पहुंचे तो उसने 70 हजार रुपये मांगे। उसने कुलदीप नाम के युवक का खाता नंबर दिया। जिस पर 13 जून को 25 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए गए। इसके बाद 23 जून को 45 हजार रुपये नगद दे दिए गए। 25 जून को उन्हें सुबह दस बजे याकुबपुर झज्जर बुलाया गया। वहां पर टीम महिला को लेकर पहुंची। डॉ. बलराम नामक युवक बाइक से आया और उनको हेलीमंडी की ओर लेकर चलने लगा। बलराम के साथ एक अन्य बाइक पर दो युवक अभिमन्यु और महेश भी चल रहे थे। कुछ दूर चलने के बाद वह लोग पटौदी के नागरिक अस्पताल के सामने ओम साई अल्ट्रासाउंड सेंटर पर पहुंचे। बलराम उनको छोडक़र चला गया। वह लोग महिला के गर्भ में पल रहे भू्रण का लिंग जांच करने के लिए सेंटर के अंदर लेकर गए। वहां से टीम को इशारा मिलने पर लिंग जांच करते हुए डॉ. पुनीत, महेश और अभिमन्यु को टीम ने पकड़ लिया। डॉ. पुनीत द्वारा किए गए अल्ट्रासाउंड की पर्ची से पता चला कि आरोपियों द्वारा फर्जी नाम के साथ दस्तावेज तैयार किए गए थे। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सेंटर के रिकॉर्ड में मिलीं खामियां


अल्ट्रासाउंड सेंटर के रिकार्ड में मिली खामियां:
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप यादव ने बताया कि जिस सेंटर में अल्ट्रासाउंड किया जा रहा था, उसके रिकॉर्ड में कई खामियां मिलीं। उनके द्वारा एफ-फार्म भी सही से नहीं भरा गया था। दस जून के बाद का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। सेंटर द्वारा सही तरीके से रिकॉर्ड नहीं तैयार किया जा रहा था।


बिना डिग्री फर्रुखनगर में चलाता क्लीनिक:
स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आया है कि डॉ. बलराम जिसने लिंग जांच करवाने के लिए रुपये लिए थे। उसके पास डॉक्टर होने की डिग्री नहीं है। वह फर्रुखनगर में क्लीनिक चलाता है। अभी वह फरार है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही पता चल पाएगा कि उसके साथ और कौन-कौन शामिल हैं। कितने समय से वह यह काम कर रहा था। 


सिविल सर्जन का कहना:
 सिविल सर्जन डॉ.वीरेंद्र यादव का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डॉक्टर सहित तीन लोगों को पकड़ा है। मामले के अन्य आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है। वहीं सेंटर की अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया गया है। लोगों को चाहिए कि वे ऐसे लिंग जांच या अवैध तरीके से गर्भपात करने वालों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दे। विभाग इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।


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Content Writer

Pawan Kumar Sethi

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