पहले मुकाबले में ही ओलंपिक से बाहर हुई सोनम मलिक, ब्रॉन्ज मेडल के लिए भी नहीं बना पाई जगह

punjabkesari.in Tuesday, Aug 03, 2021 - 11:49 AM (IST)

गोहाना (सुनील जिंदल): टोक्यो ओलंपिक में आज शुरू हुए खेल कुश्ती में भारत के लिए शुरूआत अच्छी नहीं रही। 62 किलोग्राम भार वर्ग में खेलने वाली भारत केसरी पहलवान सोनम मलिक को उनके पहले ही मैच में हार का सामना करना पड़ा है। सोनम को मंगोलिया की पहलवान से मिली हार के बाद उन्हें ब्रॉन्ज मेडल की उम्मीद थी, लेकिन सोनम को इसके लिए भी निराश होना पड़ा है। दरअसल, सोनम को ब्रॉन्ज मेडल की फाईट के लिए मंगोलिया की पहलवान को फाइनल में पहुंचना जरूरी थी लेकिन वह अपना दूसरा मुकाबला हार गई और इसलिए सोनम गेम से बाहर हो गई हैं।



सोनम मलिक के पिता राजेन्द्र मलिक व कोच अजमेर सिंह ने बताया कि सोनम ने अच्छी कुश्ती लड़ी जबकि मुकाबला 2-2 रहा, मगर मंगोलिया की पहलवान को जीत मिली। सोनम नहीं हारी बल्कि देश को हार मिली है, सोनम देश का प्रतिनिधित्व कर रही थी। उन्होंने कहा कि सोनम ने बहुत मेहनत की थी, इसमें हमारी गलती का अहसास हुआ है, अभी सोनम की उम्र भी सिर्फ 19 साल है, जबकि मंगोलिया महिला पहलवान की उम्र 30 साल थी, उसे उम्र के हिसाब से ज्यादा अनुभव था।



16 साल की उम्र में भारत केसरी का खि़ताब किया था अपने नाम
बता दें कि उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 12 साल की उम्र में कुश्ती शुरू की थी। उन्होंने महज 16 साल की उम्र में ओलंपिक पदक विजेता खिलाडिय़ों को चित कर भारत केसरी का खि़ताब अपने नाम किया था। 15 अप्रैल 2002 को जन्मी सोनम पहलवान ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक व सुशील कुमार को हीरो मानती हैं।



सोनम राष्ट्रीय पटल पर नेशनल स्कूल गेम्स 2016 में स्वर्ण पदक के साथ उतरीं थी। इसके बाद अगले साल उन्होंने कैडेट नेशनल चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। फिर वल्र्ड स्कूल गेम्स में स्वर्ण पदक, कैडेट एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य और साल का अंत कैडेट वल्र्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण के साथ किया।

2018 में सोनम ने कैडेट एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप और कैडेट रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किए। 2019 में मलिक ने कैडेट वल्र्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में एक बार फिर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस महिला पहलवान के लिए बड़ा मौका 2020 में आया जब उन्होंने 2016 रियो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को दो महीने के दौरान दो बार हरा दिया।

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Shivam

Recommended News

Related News

static