तीन वर्षों से फरार करोड़ों के गबन का आरोपी लिपिक गिफ्तार, एंटी करप्शन ने रखा था 25 हजार का इनाम
punjabkesari.in Tuesday, Jul 11, 2023 - 12:00 PM (IST)
सोनीपतः जिले की एसटीएफ टीम ने 3 वर्षों से फरार चल रहे पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति में घोटाले के आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये घोटाले का आरोप है। आरोपी जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय में लेखाकार है, जिसकी पहचान पानीपत के सिवाह गांव निवासी सुरेंद्र के रूप में हुई है। वहीं बता दें कि सुरेंद्र पर करनाल एंटी करप्शन ब्यूरो ने 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। एसटीएप ने उसे पानीपत से गिरफ्तार करने के बाद पानीपत एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंप दिया।
डीएसपी एसटीएफ सोनीपत इंदीवर ने बताया कि वर्ष 2015 से 2019 तक पोस्ट मैट्रिक स्कीम के तहत अनुसूचित जाति के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति में गबन किया गया था। मामले में अधिकारियों व कर्मचारियों पर मिलीभगत करके छात्रों के खातों में जाने वाली राशि का आधार कार्ड नंबर बदलकर, फर्जी बैंक खाता खुलवा कर गबन करने का आरोप लगा था।
सुरेंद्र पर आरोप है कि उसने अधिकारियों की मिलीभगत से अनुसूचित जाति के छात्रों के वीएलडीए और एमपीएचडब्ल्यू का डिप्लोमा फ्री में घर बैठे करवाने व छात्रवृत्ति दिलवाने का लालच देकर गबन को अंजाम दिया था। कुछ छात्रों व संस्थाओं के माध्यम से अलग-अलग गांवों से अनुसूचित जाति के छात्रों से फार्म भरवाकर उनके आधार कार्डों, मूल प्रमाणपत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाणपत्र आदि की फोटो प्रतियां हासिल कर लीं गई थीं। इसके साथ ही आरोपी ने छात्रों के आधार कार्ड के साथ छेड़छाड़ की थी।
सरकार द्वारा यह स्कीम 1981 में चलाई गई थी। इस योजना के तहत सरकार 10वीं कक्षा के अनुसूचित जाति के छात्रों को 230 रूपये से 1200 रुपये तक माहवार छात्रवृत्ति दी जाती थी। इसके साथ ही फीस भी दी जाती थी। इसकी स्कीम के तहत ओबीसी छात्रों को 160 से 750 रुपये छात्रवृत्ति और नॉन रिफंडेबल फीस मिलती है और वर्ष 2017-18 से ट्यूशन फीस का 25 प्रतिशत या पांच हजार रुपये दिया जाता है। यह स्कीम 2015 से पहले मैनुअल चलाई जा रही थी, लेकिन 2015-16 में इसे ऑनलाइन कर दिया गया था।
इस मामले में डेढ़ करोड़ रुपये के गबन का आरोपी एवं 25 हजार का इनामी सुरेंद्र कुमार तीन साल से पुलिस की पकड़ से बाहर था। वह सोनीपत जिला समाज कल्याण विभाग में लेखाकार था। उसे एसटीएफ सोनीपत की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर करनाल एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने वर्ष 2020 में दर्ज मुकदमे में 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। उसे पानीपत से गिरफ्तार करने के बाद पानीपत एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंप दिया गया है।
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