गृहमत्री के संज्ञान में आने पर हिसार के एक मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, May 27, 2022 - 03:11 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा के गृहमत्री अनिल विज के संज्ञान में  हिसार में महिला उत्पीड़न का  मामले आने के बाद पुलिस हरकत में आई व  मुख्य आरोपी  सज्जन सिंह व  अनिल यादव पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए।  हिसार के गर्ल्स स्कूल में महिला वार्डन का मामला पहुंचा।इस महिला का  जुर्म यह था कि  तलाकशुदा होने के बावजूद अधिकारियों के साथ शारीरिक संबंध ना बनाना, जिसकी सजा नौकरी से टर्मिनेट होकर भुगतनी पड़ी। 

यह मामला हिसार के एक 1 गर्ल्स स्कूल का है। जहां महिला 3 साल तक वार्डन के रूप में कार्यरत थी। वह तलाकशुदा है। इसकी जानकारी 2021 मे स्कूल में प्रिंसिपल के रूप में पदभार संभालने वाले सज्जन सिंह को लगी। महिला की बेबसी और कमजोर परिवारिक क्षमता के कारण लगातार महिला को शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव का दौर शुरू हो गया। उक्त पीड़िता ने हिसार महिला थाना को दी सूचना में बताया है कि गर्ल्स स्कूल के प्रिंसिपल सज्जन सिंह शुरुआत से ही उस पर गंदी नजर और गंदी सोच रखने लगा था। 6 अगस्त 2021 को प्रिंसिपल के रूप में स्कूल में ज्वाइन करने के बाद लगातार सज्जन सिंह उसके व्यक्तिगत जीवन की जानकारियां लेने लगा। 13 अगस्त को डीपीसी ज्ञान सिंह और एपीसी अनिल यादव ने हॉस्टल की एक्सप्लेनेशन के लिए पहुंचे तो उन्होंने मेरे साथ जानबूझकर बेहद बदतमीजी की। तरह-तरह के छोटे-छोटे मुद्दों पर उन्हें हरासमेंट किया गया। जिसके बाद एक दिन प्रिंसिपल सज्जन सिंह ने हॉस्टल वार्डन को अपने कार्यालय में बुलाकर कहने लगा की बिना पति के कैसे गुजारा करती हो, मेरी पत्नी की ब्रेस्ट कैंसर के कारण छाती कटी हुई है और बिना छाती के औरत औरत नहीं होती। हम दोनों की ही स्थिति एक जैसी है। लेकिन हमारा एक दूसरे के साथ गुजारा हो सकता है। इसलिए डीपीसी और मेरे साथ सेक्सुअल रिलेशन बना लो। जिससे एंजॉय भी होगा और नौकरी भी अच्छे से चलती रहेगी। पीड़िता के अनुसार जब इस बात को अच्छी तरह से समझाने के बारे में कहा तो प्रिंसिपल बोला इसमें तुझे क्या दिक्कत और क्या परेशानी है। लगातार बर्दाश्त कर रही इस मानसिक हरासमेंट को सामाजिक लोक लाज के कारण महिला चुप रही। लेकिन आरोपियों के  हौसले और अधिक बढ़ते गए। मैं किसी को बता ना दूं इस डर से आरोपियों ने चंडीगढ़ शिकायत भेजी और दो विकल्प मेरे सामने रखें कि या तो बात मानो या नौकरी गवाओ।

महिला के द्वारा दर्ज एफआईआर के अनुसार इस कार्य में प्रिंसिपल सज्जन सिंह के साथ डीपीसी ज्ञान सिंह, एपीसी अनिल यादव और एसपीडी कार्यालय में कार्यरत बालकिशन यादव मिले हुए हैं। सेक्स फेवर न देने पर बिना नोटिस मुझ 6 दिसंबर को अचानक टर्मिनेट कर दिया गया। उसी दिन शाम 6 बजे प्रिंसिपल स्कूल पहुंचा और चौकीदार को अंदर से ताला लगाने के आदेश दिए और कहा सुबह तक ताला नहीं खुलना चाहिए। मैं सारी रात डरती रही कि आखिर गेट पर ताला क्यों लगाया गया। सुबह 6 बजे काफी मिन्नतें करने के बाद चौकीदार ने ताला खोला। यानि बंधक बनाया गया। पीड़िता वार्डन ने शासन प्रशासन से गुहार लगाई है कि उक्त सभी चारों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होते हुए इनकी गिरफ्तारी की जाए। अब उसेे नौकरी नहीं चाहिए। केवल मान सम्मान की यह लड़ाई है। महिला के अनुसार चंडीगढ़ उनकी भेजी गई शिकायत में मेरे गलत व्यवहार करने की बात  लिखी गई है।  बल्कि पूरा हॉस्टल इस बात का गवाह है कि गलत किसके साथ हुआ है।

बावजूद इसके बिना जांच मुझे टर्मिनेट किया गया है।इस बारे में महिला थाना हिसार मे महिला की शिकायत पर आईपीसी की धारा 34, 342, 354ए, 354डी के तहत एफआईआर नंबर 0031/2022 दर्ज की गई थी।इस महिला ने जो मुकद्दमा दर्ज करवाया उसमे कहा गया है कि अधिकारियों के साथ उसने शारीरिक संबंध बनाने से इंकार कर दिया। जिससे अधिकारी इतने खफा हुए कि उन्होंने साजिशन चंडीगढ़ रिपोर्ट कर महिला को टर्मिनेट करवा दिया। सामाजिक लोकलाज के कारण पहले तो महिला ने मुंह बंद रखा, पर अब पीड़िता ने कानून का दरवाजा खटखटाया है। हालांकि पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज तो की गई,मगर आरोपियों की गिरफ्तारी नही हो रही थी। 

 

 

 

 

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Isha

Recommended News

Related News

static