पंजाब से बिहार तस्करी की जा रही थी करोड़ों की शराब, पुलिस ने रेड कर जब्त की
punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 10:45 PM (IST)
गुड़गांव, (ब्यूरो): हरियाणा स्टेट एनफोर्समेंट ब्यूरो ने शराब तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए की 275 पेटी अंग्रेजी शराब जब्त की है। इस कार्रवाई में कैंटर चालक और उसके सहायक को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, एएसआई संदीप के नेतृत्व में केएमपी टोल प्लाजा पचगांव में गश्त कर रही थी। इसी दौरान टीम को सूचना मिली कि एक कैंटर में अवैध रूप से अंग्रेजी शराब की भारी खेप प्लास्टिक के कट्टों में छिपाकर बिहार और अन्य राज्यों में ले जाई जा रही है।
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सूचना पर पुलिस ने तुरंत केएमपी टोल प्लाजा के नजदीक विशेष नाकाबंदी की। चेकिंग के दौरान, पुलिस ने संदिग्ध कैंटर को रोका और उसकी तलाशी ली। कैंटर में प्लास्टिक कट्टों में भरी रेगजीन की कतरन (कबाड़) लदी थी। पुलिस को संदेह हुआ और कबाड़ को हटाकर जांच करने पर पता चला कि उसके नीचे बड़ी संख्या में अंग्रेजी शराब की पेटियां छिपाकर रखी गई थी।
पुलिस ने मौके से कैंटर चालक नवीन उर्फ काला निवासी सोलधा, झज्जर और सहायक परिचालक सन्नी निवासी खोड़, गुरुग्राम, वर्तमान बहादुरगढ़ को नियमानुसार हिरासत में ले लिया। दोनों आरोपी शराब के संबंध में कोई वैध लाइसेंस या परमिट प्रस्तुत नहीं कर सके। पुलिस टीम ने कैंटर से कुल 275 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की, जिसमें 220 पेटी रॉयल स्टैग और 55 पेटी ऑल सीजन्स ब्रांड की शराब शामिल थी। साथ ही कैंटर में भरे 97 कबाड़ के कट्टे और शराब को कानूनी रूप से सही दिखाने के लिए बनाई गई कबाड़ की पांच पेज की फर्जी बिल्टी भी बरामद की गई।
प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि जब्त की गई शराब की पेटियों पर स्पष्ट रूप से पंजाब में बेचने का लेबल लगा हुआ था। आरोपी इस शराब को अवैध रूप से हरियाणा के रास्ते होते हुए बिहार और अन्य दूरस्थ राज्यों में तस्करी करने की फिराक में थे। जांच में यह भी पता चला है कि तस्करों ने शराब को छिपाने के लिए कबाड़ के परिवहन की फर्जी बिल्टी बनवाई थी, ताकि रास्ते में होने वाली चेकिंग से बचा जा सके। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस थाना में एक्साइज एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें दो दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया है। पुलिस हिरासत के दौरान तस्करी के इस पूरे रैकेट में शामिल अन्य सदस्यों और मुख्य सरगना की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है।