जगमग योजना में लाखों का घोटाला, विजिलेंस रोहतक टीम ने एक को किया काबू(VIDEO)

punjabkesari.in Thursday, Sep 13, 2018 - 02:20 PM (IST)

सोनीपत(पवन राठी): प्रदेश सरकार के निर्देशों पर गांवों में शुरू की गई म्हारा गांव जगमग योजना में लाखों का घोटाला सामने आया है। सरकार ने बिजली चोरी रोकने व लोगों को अधिक से अधिक बिजली मुहैया कराने के लिए म्हारा गांव जगमग गांव योजना शुरू की थी। जिसके तहत गांव में बिजली मीटरों को घरों से बाहर लगाया जा रहा था। जून, 2017 में मनौली गांव में योजना के तहत मीटरों को घरों से बाहर निकाला जा रहा था। इसी दौरान गांव में मीटर लगाने वाले ठेकाकर्मियों ने लोगों से पैसों की डिमांड शुरू कर दी। उन्होंने कहा था कि वह मीटर में ऐसी चिप लगा देंगे जिससे मीटर बहुत कम रीडिंग निकालेगा। 
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इसके एवज में 8 हजार से लेकर 12 हजार रुपये उपभोक्ताओं से वसूले गये। इसकी चर्चा गांव में हुई तो तत्कालीन एसडीओ राई प्रदीप को मामले का पता लगा। उन्होंने इसे लेकर जुलाई, 2017 में रोहतक विजिलेंस में गुपचुप मामला दर्ज कराकर जांच शुरू करा दी थी। उसकी जांच कर रही विजिलेंस ने अब मामले से पर्दा उठाना शुरू कर दिया है। मामले में डीएसपी विजिलेंस सतीश शर्मा की टीम में शामिल सिंचाई एवं बिजली विभाग रोहतक थाना प्रभारी कैलाशचंद्र, एएसआई सतीश व नरेंद्र ने टीम ने एक आरोपित को काबू कर लिया।
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मनौली में योजना के तहत घरों के बाहर वर्ष 2017 में करीब 300 मीटर लगाये गये था। जिनमें करीब 67 में चिप लगी होने का खुलासा हो चुका हैं। लगाए गए मीटरों में ठेकेदार व बिजली कर्मियों ने 8 हजार से लेकर 12 हजार तक लेकर मीटर में कम रीडिंग आने की चिप लगा डाली। जिससे सरकार को करोड़ों का चूना लगा हैं। गुप्त सूचना के आधार पर जांच शुरू की गई तो जांच में 67 मीटर में चिप मिली है। इस संबंध में एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने पूछताछ में मनौली के अलावा खरखौदा, रोहतक व सोनीपत शहर की इंडियन कालोनी में भी इस तरह की चिप लगाए जाने की बात कबूली है। मामले में बिजली निगम के उच्च अधिकारी व कर्मचारी की संलिप्ता की आशकां है। जल्द आगामी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।


 


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Rakhi Yadav

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