पुलिस के साथ छापेमारी करने आए बिजली विभाग के कर्मचारियों को ग्रामीणों ने बनाया बंधक

punjabkesari.in Saturday, Aug 21, 2021 - 05:53 PM (IST)

हांसी (संदीप सैनी): हांसी के सिसर गांव में सुबह करीब 7 बजे पांच बिजली कर्मचारियों और 2 पुलिस कर्मचारियों को गांव वालों ने पंचायत घर में बंधक बना लिया। बिजली विभाग के कर्मचारी लगातार मिल रही बिजली चोरी की घटनाओं की शिकायत को लेकर छापेमारी करने पहुंचे थे। आरोप है कि बिजली कर्मचारी छापेमारी के विभागीय आदेशों के बिना ही घरों में छापेमारी करने लगे, जिसको लेकर ग्रामीणों ने बिजली विभाग और उनके साथ गए पुलिस कर्मचारियों को भी बंधक बना लिया। 

ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में सभी लोग बिजली बिल भरते हैं लेकिन बावजूद इसके बिजली कर्मचारी सरकार के दबाव में उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं और घरों में सिर्फ महिलाओं के होते हुए भी जबरदस्ती घुस रहे हैं। किसान आंदोलन के चलते सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया है कि सरकारी कर्मचारियों और सरकार के नेताओं का विरोध किया जाएगा। बावजूद इसके उन पर दबाव बनाने के लिए इस तरह की कार्यवाही की जा रही है। 

बिजली विभाग के कर्मचारियों को बंधक बनाए जाने के बाद मौके पर थाना बास पुलिस अधिकारी पहुंचे और ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि भविष्य में बिना आदेशों के बिजली विभाग इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं करेगा। जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद कर्मचारियों को छोड़ दिया। 

PunjabKesari, haryana

ग्रामीण विकास सिसर ने जानकारी देते हुए बताया कि बिजली कर्मचारी गांव वालों को परेशान कर रहे थे। गांव के सभी लोग बिजली बिल भरते हैं। बावजूद इसके सुबह करीब 7 बजे बिजली कर्मचारी बिना विभागीय आदेशों के लोगों के घरों में छापेमारी के लिए जबरन घुस गए। विकास ने आरोप लगाए कि बिजली कर्मचारियों ने घरों के गेट तोड़े और महिलाएं अकेली होने के बावजूद भी घर में घुसे। इसके बाद गांव के लोगों ने उन्हें पंचायत घर में बिठाया और चाय पानी पिलाया। उसके बाद उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। 

विकास ने कहा कि पांच बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ दो पुलिस कर्मचारी भी हैं, जिसको लेकर एसएचओ ने माना है कि बिना विभागीय आदेशों के गलत तरीके से छापेमारी की गई है। विकास ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली कर्मचारी सरकार के आदेशों से गलत तरीके से लोगों को परेशान कर रहे हैं। 

विकास ने बताया कि किसान संगठनों के फैसले के साथ-सथ गांव का भी फैसला है कि इस तरह कि कोई भी कार्रवाई गांव में नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बिजली के बिल भरने के बावजूद भी एक व्यक्ति पर करीब 70 हजार रुपए का जुर्माना तक लगा दिया जाता है। 

वहीं बास थाना एसएचओ परमजीत ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि भविष्य में बिना विभागीय आदेशों के इस तरह की कोई भी कार्यवाही नहीं की जाएगी। बिजली विभाग की तरफ से ग्रामीणों की प्रत्येक समस्या का समाधान जल्द ही किया जाएगा।
 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Shivam

Recommended News

Related News

static