खट्टर व मोदी दोनों किसान विरोधी: सुर्जेवाला

punjabkesari.in Sunday, Oct 04, 2015 - 10:40 AM (IST)

कैथल (गौरव): कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व मंत्री रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने केंद्र की मोदी व प्रदेश की खट्टर सरकार को निर्दयी, बेरहम व बहरी सरकार की संज्ञा देते हुए दोनों को किसान विरोधी बताया। अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुर्जेवाला ने कहा कि केंद्र व हरियाणा सरकार किसान, गरीब, मजदूर व अन्य ग्रामीण अंचल लोगों पर जूझ रहे कृषि संकट को देखने व समझने में पूरी तरह नाकामयाब रही है। दोनों सरकारों के किसान विरोधी रवैये के चलते किसान व मजदूर वर्ग पूरी तरह बर्बाद हो गया है।

सुर्जेवाला ने सरकार से सवाल किए कि आज मंडियों में किसानों व खेत मजदूर को धान की फसल की बाजार भाव के अनुरूप दाम क्यों नहीं मिल रहे। जिस 1509 धान को कांग्रेस सरकार ने बासमती श्रेणी में शामिल करवाया था। वह धान कांग्रेस राज में 4,200 से 4,500 के बीच बिका, परंतु आज यही धान 1,400 से 1,500 के बीच बिक रहा है। इसी प्रकार 1121 मुच्छल व बासमती के रेट भी पूरी तरह से पिटे पड़े हैं जिसके चलते दोनों सरकारों ने किसानों को 100 प्रतिशत से ज्यादा का नुक्सान पहुंचाया।

आंकड़े प्रस्तुत करते हुए सुर्जेवाला ने कहा कि जब से मोदी ने देश की बागडोर अपने हाथ में ली है तब से गेहूं के निर्यात में 46.38 प्रतिशत की गिरावट आई है। एफ.सी.आई. के पास 340 लाख टन गेहूं का भंडार मौजूद है परंतु सरकार दूसरे देशों से गेहूं का आयात कर रही है जिसके चलते किसानों पर दोहरी मार पड़ी है। इसी प्रकार मोदी राज में कृषि संबंधित फल, सब्जियां, दाले, बासमती चावल, गेहूं व अन्य खाद्यान्नों का निर्यात गिरा है और मीट का निर्यात बढ़ा है।

सुर्जेवाला ने कहा कि हरियाणा सरकार ने निर्यातकों व राइस मिलरों पर भी कुठाराघात किया है। यह पूछे जाने पर कि भाजपा का कहना है कि कांग्रेस राज में हरियाणा में सी.एल.यू. के नाम पर करोड़ों की जमीन हड़पी गई तो सुर्जेवाला ने कहा कि वे इसकी जांच करवाए तथा सरकार इलजामों की राजनीति न कर धरातल की राजनीति कर उसे स्पष्ट करे।


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