फोर्टिस हॉस्पिटल मानेसर  ने ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर हेलमेट सुरक्षा अभियान चलाया

punjabkesari.in Thursday, Dec 04, 2025 - 07:18 PM (IST)

मानेसर ब्यूरो : फ़ोर्टिस हेल्थकेयर ने पूरे देश में हेलमेट सुरक्षा अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना और दोपहिया दुर्घटनाओं से होने वाली रोकने योग्य आपात स्थितियों को कम करना है। यह पहल पूरे भारत के कई फ़ोर्टिस अस्पतालों में स्थानीय ट्रैफ़िक पुलिस विभागों के सहयोग से सफलतापूर्वक आयोजित की गई। अभियान के तहत फ़ोर्टिस अस्पताल मानेसर ने अपने अस्पताल के पास भीड़भाड़ वाले ट्रैफ़िक चौराहों पर बिना हेलमेट पाए गए दोपहिया चालकों को लगभग 100 ब्रांडेड हेलमेट और फ़र्स्ट-एड पुस्तिकाएँ वितरित कीं। अधिक प्रभावी सहभागिता के लिए अस्पताल के पास अधिक ट्रैफ़िक वाले क्षेत्रों में एक विशेष कियोस्क भी लगाया गया।

 

इस कार्यक्रम का उद्घाटन दीपक कुमार जवारिया (उप-पुलिस आयुक्त, मानेसर), मनजीत (ट्रैफ़िक पुलिस कॉन्स्टेबल, IMT चौक, मानेसर), सुबे सिंह (सब-इंस्पेक्टर, ट्रैफ़िक पुलिस, IMT चौक, मानेसर), बिजेन्दर (कॉन्स्टेबल, ट्रैफ़िक पुलिस, IMT चौक, मानेसर) और उदयवीर सिंह (स्पेशल पुलिस ऑफिसर, सेक्टर 83, गुरुग्राम) द्वारा किया गया। अभियान को और अधिक खास और प्रभावशाली बनाने के लिए एक व्यक्ति को यमराज के रूप में तैयार किया गया, जो दोपहिया चालकों को हेलमेट बाँट रहा था और उनसे छोटी-छोटी जागरूकता बातचीत कर रहा था। इससे चालकों को हेलमेट पहनने के जीवन बचाने वाले महत्व की याद दिलाई गई।

 

यह पहल “फ़ोर्टिस है ना” अभियान की सोच से जुड़ी हुई है, जो तैयार रहने, देखभाल और समय पर प्रतिक्रिया देने पर ज़ोर देती है। सुरक्षित ड्राइविंग आदतों को बढ़ावा देकर और रोकने योग्य आपात स्थितियों की संभावना को कम करके, फ़ोर्टिस का उद्देश्य महत्वपूर्ण समय में एक विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा साथी के रूप में अपनी भूमिका को और मजबूत करना है। हेलमेट वितरण ड्राइव के बारे में बात करते हुए फोर्टिस हेल्थकेयर की चीफ ग्रोथ & इनोवेशन ऑफिसर डॉ. रितु गर्ग ने कहा “हमारा लक्ष्य लोगों को यह समझाना है कि हेलमेट पहनना जीवन बचाने में कितना महत्वपूर्ण है। एक छोटी सावधानी बड़ी दुर्घटनाओं को रोक सकती है। इस पहल के माध्यम से हम कई शहरों के ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचकर जिम्मेदार राइडिंग की ज़रूरत को दोबारा याद दिलाना चाहते हैं। समुदाय के स्वास्थ्य और आपातकालीन तैयारी को बढ़ावा देने के लिए फोर्टिस हमेशा समर्पित है।”

 

यह ड्राइव  फोर्टिस है  ना (‘Fortis Hai Na’ ) कैंपेन की ऑन-ग्राउंड एक्टिवेशन रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य आपातकालीन जागरूकता, तैयारी और जनता के बीच फोर्टिस पर विश्वास को मजबूत करना था । इस बड़े अभियान के माध्यम से फोर्टिस हेल्थकेयर समुदाय की स्वास्थ्य और सुरक्षा को बढ़ावा देने के अपने संकल्प को दोहराता है — ताकि आपातकालीन तैयारी अस्पताल की दीवारों से आगे बढ़कर लोगों की रोज़मर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन सके। भिजीत सिंह, फ़ैसिलिटी डायरेक्टर, फ़ोर्टिस अस्पताल मानेसर ने कहा, “हम अपने सामने देखते हैं कि दोपहिया दुर्घटनाओं के कारण सिर की चोटें कितनी गंभीर होती हैं और इनमें से कई सिर्फ हेलमेट पहनने से पूरी तरह रोकी जा सकती हैं। यह पहल सिर्फ हेलमेट बाँटने के लिए नहीं है, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बचाने और सड़कों पर ज़िम्मेदारी की भावना बढ़ाने के लिए है। चिकित्सा अनुभव को समुदाय तक पहुँचाकर, हम रोकने योग्य आपात स्थितियों को कम करना चाहते हैं ताकि कम से कम परिवार ऐसे दर्द का सामना करें। फ़ोर्टिस में, हमारी ज़िम्मेदारी सिर्फ अस्पताल तक सीमित नहीं है] हम चाहते हैं कि हमारी समुदाय सुरक्षित रहे, इससे पहले कि उन्हें किसी गंभीर इलाज की ज़रूरत पड़े।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Gaurav Tiwari

Related News

static