बढ़ता नमक और लाइफ़स्टाइल से जुड़ा हाई ब्लड प्रेशर संकट : डॉ. नजमुस साक़िब
punjabkesari.in Thursday, Oct 09, 2025 - 04:59 PM (IST)

गुड़गांव ब्यूरो : हाई ब्लड प्रेशर एक छिपे हुए खतरे की तरह जम्मू में तेजी से बढ़ रहा है। हालिया आंकड़ों के मुताबिक, हर पांच में से एक वयस्क को उच्च रक्तचाप है, जो हृदय रोग का प्रमुख कारण बनता जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी जड़ें हमारी रोज़मर्रा की आदतों में छिपी हैं। जम्मू के लोगों का औसत नमक सेवन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सुरक्षित सीमा 5 ग्राम प्रतिदिन से दोगुना है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह अतिरिक्त नमक अक्सर “छिपा हुआ नमक” होता है, पैकेज्ड स्नैक्स, होटल के खाने और संरक्षित खाद्य पदार्थों के ज़रिए। साथ ही, लाल मांस का ज़्यादा सेवन, तंबाकू का उपयोग और देर से इलाज की प्रवृत्ति, दिल के स्वास्थ्य पर गंभीर बोझ डाल रही है।
अस्पतालों में अब पहले से ज़्यादा मरीज अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर और उसके जटिल परिणामों, स्ट्रोक, हार्ट अटैक और किडनी फेल्योर, के साथ पहुँच रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में स्थिति और खराब है, जहाँ जांच और जागरूकता की कमी के कारण बीमारी का पता अक्सर बहुत देर से चलता है। डॉ. नजमुस साक़िब, सीनियर कंसल्टेंट, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट, जेके मेडिसिटी हॉस्पिटल, जम्मू, ने बताया: “वर्ल्ड हार्ट डे हमें यह याद दिलाता है कि रोकथाम घर से शुरू होती है। जम्मू में असली खतरा छिपे हुए नमक और ऐसी जीवनशैली की आदतों से है जिन्हें लोग नज़रअंदाज़ करते हैं। परिवार सोचते हैं कि वे खाना बनाते समय बस चुटकीभर नमक डाल रहे हैं, लेकिन पैक्ड स्नैक्स, आचार और रेस्टोरेंट के खाने से उनका नमक सेवन कई गुना बढ़ जाता है। साथ ही लाल मांस और तंबाकू का सेवन मिलकर इस खतरे को और गहरा बना रहे हैं।
जो बात सबसे ज़्यादा चिंताजनक है, वह यह कि ज़्यादातर लोग तब इलाज के लिए आते हैं जब स्ट्रोक या किडनी डैमेज जैसी जटिलताएं शुरू हो चुकी होती हैं। अगर समय पर जांच और कुछ साधारण जीवनशैली बदलाव किए जाएं, जैसे नमक कम करना, लाल मांस सीमित करना, तंबाकू छोड़ना और नियमित रूप से ब्लड प्रेशर जांच कराना, तो कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। इलाज से बेहतर रोकथाम है, और इस वर्ल्ड हार्ट डे पर यही संदेश सबसे अहम है।” वर्ल्ड हार्ट डे दुनियाभर में हृदय रोगों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। जम्मू के लिए यह एक चेतावनी का संकेत है, जहाँ छिपा हुआ नमक और अस्वस्थ आदतें धीरे-धीरे दिल की बीमारियों का बोझ बढ़ा रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि जागरूकता, शुरुआती जांच और सही जीवनशैली अपनाना ही दिल को स्वस्थ रखने का सबसे प्रभावी तरीका है।