स्लाइस का एक बड़ा विजन है डिजिटल पेमेंट करने वाले 30 करोड़ भारतीयों की सेवा करना : राजन बजाज

punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 08:50 PM (IST)

गुड़गांव ब्यूरो : स्लाइस ने भारत में क्रेडिट और बैंकिंग अनुभव को नया आकार देने के लिए एक क्रांतिकारी यूपीआई-लिंक्ड क्रेडिट कार्ड लॉन्च किया है। साथ ही और देश की पहली यूपीआई-संचालित बैंक शाखा प्रारंभ की है। इसका मुख्य फोकस वे लोग हैं जिनकी वित्तीय जरूरतें अब तक पूरी नहीं हो सकी हैं, लेकिन वे कर्ज योग्य हैं।   स्लाइस एक डिजिटल-फर्स्ट बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। यह यूपीआई की पहुंच का लाभ उठाकर एक बड़ी आबादी को कर्ज और बचत उत्पाद प्रदान करेगा।

यूपीआई के साथ आसानी से क्रेडिट 

स्लाइस यूपीआई क्रेडिट कार्ड अपनी तरह का पहला ऑफर है। यह पंपरागत क्रेडिट को भारत में सबसे बड़े पैमाने पर उपयोग किए जाने वाले पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के साथ जोड़ता है। यह इस कार्ड के धारको अपनी स्वीकृत क्रेडिट लाइन से सीधे क्यू आर आधारित पेमेंट की सुविधा प्रदान करता है।यह कार्ड का भौतिक रूप से साथ होना और पेमेंट के लिए इसे स्वाइप किए जाने की जरूरत खत्म हो जाती है।  नई पीढ़ी के डिजिटल ग्राहक के लिए डिज़ाइन किए गए इस कार्ड में 3% तक कैशबैक है। कोई ज्वाइनिंग या वार्षिक शुल्क नहीं है। यह एक लचीली 'स्लाइस इन 3' सुविधा है, जो ग्राहक  को भुगतान को तीन ब्याज-मुक्त ईएमआई का विकल्प देती है। इसे न केवल बेहतर सुविधा के लिए बल्कि क्रेडिट के एक नए एक्सपीरिएंस को फिर से परिभाषित करने के लिए भी डिज़ाइन किया गया है। 

स्लाइस के संस्थापक और कार्यकारी निदेशक राजन बजाज ने कहा, "यह एक दशक में एक बार मिलने वाला अवसर है। "हमें लगता है कि क्रेडिट कार्ड उत्पाद को भारत के लिए फिर से डिज़ाइन किया जाएगा। ठीक वैसे ही पिछले दस सालों में पेमेंट को फिर से डिजाइन किया गया था। यूपीआई क्रेडिट कार्ड  पूरी इकोनॉमी तक क्रेडिट की पहुंच का मार्ग खोलने के लिए एक अहम अवसर हो सकता है।'

तेजगति से हो रही ग्रोथ

स्लाइस की सर्विस को तेजी से स्वीकार्यता मिल रही है।  बैंक हर महीने लगभग 3 लाख नए अकाउंट जोड़ रहा है। पिछले छह महीनों में उसके डिपॉजिट दोगुना हो चुके हैं। अब तक स्लाइस 45-50 लाख ग्राहकों को सेवाएं दी है। इनमें आधे क्रेडिट के लिए थे। यह इस वित्तीय संस्थाकि वित्तीय समावेशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 

भारत की पहली यूपीआई-संचालित भौतिक शाखा

इस इंडस्ट्री सबसे पहले स्लाइस ने बेंगलुरु के कोरमंगला में भारत की पहली यूपीआई आधारित बैंक शाखा प्रारंभ की है। यह जगह स्टार्टअप नवाचार का पर्याय है। 80 फीट रोड पर स्थित यह शाखा पूरी तरह से डिजिटल बैंकिंग अनुभव प्रदान करती है। भौतिक उपस्थिति को एडवांस टेक से जोड़ती है।  

इस शाखा में ग्राहक बिना डेबिट कार्ड के, यूपीआई एकीकृत एटीएम से यूपीआई का उपयोग करके नकद निकासी या डिपॉज़िट कर सकते हैं। इस शाखा में मिलने वाली अन्य सुविधाओं में टैबलेट के माध्यम से तत्काल खाता खोलने के लिए डिजिटल कियोस्क और केंपस के भीतर ग्राहकों को गाइडेंस के लिए रोबोटिक सहायक होना शामिल है।

यूपीआई को क्रेडिट रेल के रूप में उपयोग करना

स्लाइस पेमेंट से कहीं ज्यादा बड़े पैमाने पर क्रेडिट वितरण के लिए यूपीआई को एक प्लेटफॉर्म के रूप में बड़ा दांव लगा रहा है। कंपनी का अनुमान है कि 13-14 करोड़ भारतीय कर्ज लेने योग्य हैं। लेकिन वर्तमान में उपलब्ध फार्मल वित्तीय संस्थान उनकी जरूरतों को पूरा नहीं किया जा रहा है। यूपीआई की वास्तविक समय, पॉइंट-ऑफ-सेल क्षमताओं के साथ, स्लाइस तत्काल क्रेडिट को मंजूरी दे रहा है। यह पारंपरिक क्रेडिट कार्ड में होने वाली देरी और अड़चनों को दूर कर रहा है।

बजाज ने कहा, "हमारे क्रेडिट मॉडल ने ऐतिहासिक रूप से बाजार से 30% बेहतर प्रदर्शन किया है।" "यह हमें उन यूजर्स की सेवा करने में मददगार साबित हो रहा है जिन्हें क्रेडिट की जरूरत है। 

रेपो दर से जुड़ी सेविंग्स

स्लाइस एक रेपो-रेट-लिंक्ड बचत खाता भी प्रदान कर रहा है। यह देश के बैंकिंग क्षेत्र में एक अनूठा है। अधिकांश बैंक 2.5-4% ब्याज देते हैं, इससे हटकर स्लाइस ग्राहकों को प्रचलित रेपो दर का 100% ब्याज देता है। ब्याज की गणना दैनिक आधार पर की जाती है। ब्याज की राशि सीधे खाते में जमा की जाती है। इससे बचत अधिक पारदर्शी और फायदेमंद हो जाती है।

 

30 करोड़ भारतीयों के लिए कर्ज की पहुंच में  बदलाव

स्लाइस का एक बड़ा विजन है डिजिटल पेमेंट करने वाले 30 करोड़ भारतीयों की सेवा करना है, जो अब तक पारंपरिक वित्तीय संस्थाओं से पर्याप्त वित्तीय सेवाओं नहीं मिल रही। कंपनी का यह नजरिया उन 4-5 करोड़  यूजर्स से हटकर है जो तमाम ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड के लक्ष्य हैं। साथ ही स्लाइस फार्मल क्रेडिट को एक बड़े वर्ग के लिए अनलॉक करना चाहता है।  बजाज ने कहा, " जैसे 10 सालों में  यूपीआई पेमेंट क्रांति लेकर आया , यूपीआई-संचालित क्रेडिट वही क्रांति वित्तीय समावेशन के लिए लेकर आएगी।  लाखों भारतीयों तक क्रेडिट कार्ड की पहुंच उनका जीवन बदल सकती है।  स्लाइस आईटी, वित्तीय समावेशन और स्मार्ट विनियमन पर गहन ध्यान के साथ भारत कैसे बैंक करता है, कर्ज लेता है और बचाता है इन तमाम बातों की परिभाषाएं नए सिर से गढ़ रहा है। साथ ही वह भारत के बैंकिंग विकास के अगले अध्याय में खुद को एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर रहा है।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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