मालगाड़ी के 55 डिब्बे युवक के ऊपर से जानें की बाद निकला जिंदा, देखिए कैसे

punjabkesari.in Thursday, Jan 03, 2019 - 05:00 PM (IST)

फरीदाबाद (देवेंद्र कौशिक): जाको राखे साइयां मार सके न कोय, ये कहावत मंगलवार की रात पुराने फरीदाबाद रेलवे स्टेश्न पर सच हुई है। स्टेशन के लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी सिगनल होते ही 10 से 15 किमी की रफ्तार से दौडऩे लगी। 55 डिब्बो वाली मालगाड़ी चार मिनट में एक यात्री के ऊपर से गुजर गई। लेकिन उसे खरोंच तक नहीं आयी। प्लेटफार्म पर बैठे बच्चे और पत्नी ये खतरनाक मंजर अपनी आंखों से देखते रहे लेकिन करें तो करें क्या सब के सब बेवश थे। यात्री पेशाब करने के लिए मालगाड़ी के नीचे गया था। मालगाड़ी निकलने के बाद यात्री उठ खड़ा हुआ और पत्नी व बच्चों से लिपटकर खूब रोया। दोबारा जीवन में ऐसी गलती न करने की कसमें भी खायी।

बता दें कि ये खतरनाक मंजर मंगलवार की रात करीब 8:45 का है। जब यात्री अपने बड़े बेटे का बर्थडे मनाने संतनगर आया था। कार्यक्रम खत्म होने के बाद बच्चों के साथ असावटी जा रहा था। इस मंजर को देखकर प्लेटफार्म पर मौजूद यात्री भी दंग रह गए।

लूपलाइन पर खड़ी थी ट्रेन उसके नीचे पहुंच गया पेशाब करने

मंगलवार की रात 8:42 बजे हजरत निजामुद्दीन से चलकर मानिकपुर जाने वाली 12448 यूपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ओल्ड फरीदाबाद स्टेशन से गुजरने वाली थी। उसे पास करने के लिए स्टेशन मास्टर ने तुगलकाबाद से नासिक जा रही एक मालगाड़ी को अप लूपलाइन (मेनलाइन की बगल वाली लाइन मथुरा की ओर) पर 8:38 बजे लेकर खड़ी करा दी। यूपी संपर्क क्रांति गुजरने के बाद प्लेटफार्म नंबर तीन पर परिवार के साथ बैठा मथुरा के गांव कोटवन निवासी विजय कुमार मालगाड़ी के नीचे पेशाब करने चला गया। 8:45 बजे मालगाड़ी को सिगनल मिलने पर वह चलने लगी और विजय कुमार ट्रेन के नीचे फंस गया।

फंसे यात्री को ट्रैक के बीच में ही लेट जाने की सलाह दी

मालगाड़ी के चलते ही प्लेटफार्म पर खड़े यात्रियों और उसकी पत्नी की सांसें फूल गई। पत्नी पूनम चीखने चिल्लाने लगी। मौके पर मौजूद अन्य यात्रियों ने शोर मचाकर उसे तुरंत ट्रैक के बीच में सीधे लेट जाने की सलाह दी। यात्री सलाह मानकर ट्रैक के बीचोबीच लेट गया। मालगाड़ी के 55 डिब्बे करीब चार मिनट में 10 से 15 किमी. की रफ्तार में यात्री के ऊपर से निकल गए। ट्रैक के नीचे लेटे यात्री को खरोंच तक नहीं आयी। इस खौफनाक मंजर को यात्री की पत्नी पूनम, बच्चे और उसका भाई सुभाष देखते रहे।

बड़े बेटे का बर्थडे मनाने आया था यात्री

यात्री विजय कुमार असावटी स्टेशन के पास स्थित वीआरएम भट्टे पर काम करता है। उसने संतनगर में अपना मकान बनवा रखा है। मंगलवार को उसके बड़े बेटे अनुराग का बर्थडे था। वह अपने तीन बच्चों, पत्नी पूनम के साथ बर्थडे पार्टी मनाने आया था। रात 8:30 बजे से वह स्टेशन पर असावटी जाने वाली ट्रेन के इंतजार में बैठा था। स्टेशन के आसपास महिला यात्रियों को देखकर वह खड़ी मालगाड़ी के नीचे जाकर पेशाब करने लगा और ट्रेन चल पड़ी। मालगाड़ी के निकलने के बाद पति को सकुशल देखकर पत्नी के जान में जान आई। इस खौफनाक मंजर को देखकर हर यात्री दांतों तले उंगली दबाता रह गया।

बच्चों से लिपटकर खूब रोया, फिर गलती न करने की कसमें खाई

मौत के मुंह से बचकर निकले यात्री विजय कुमार प्लेटफार्म पर पहुंचते ही पत्नी व बच्चों से लिपटकर खूब रोया। वह बार बार पत्नी पूनम का नाम लेकर जिंदगी में दोबारा ऐसी गलती न करने की कसमें खाता रहा। वह कहता रहा कि अपने बच्चों के भाग्य से आज जिंदा है। अब भूलकर भी कभी ऐसी गलती नहीं करुंगा। रात सवा नौ बजे अलीगढ़ पलवल शटल आने पर वह परिवार के साथ असावटी के लिए रवाना हो गया।

यात्रियों के लिए सुझाव

फरीदाबाद-पलवल सेक्शन के किसी भी स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पार करना बेहद खतरनाक है। क्योंकि इस रूट पर हर पांच मिनट में एक ट्रेन तेज रफ्तार में पास होती है। रेलवे ने एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने जाने के लिए फुट ओवरब्रिज बनाया हुआ है। यात्री उसका प्रयोग करें। किसी भी स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी व अन्य ट्रेनों के नीचे कभी न जाएं। क्योंकि सिगनल मिलने पर वह कभी भी चल सकती है। ट्रेन के नीचे जाना खुद से मौत को दावत देना है।


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Deepak Paul

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