धान की रोपाई करने पर कृषि विभाग नोटिस- या तो जुर्माना भरें या फिर किसान खुद नष्ट करें फसल
punjabkesari.in Saturday, May 29, 2021 - 07:24 PM (IST)

करनाल (विकास मेहला): कृषि विभाग ने 13 किसानों को 25 एकड़ फसल में समय से पहले धान रोपाई करने पर नोटिस दे दिया है। दरअसल, धान के लिए पानी की काफी ज्यादा आवश्यकता पड़ती है और समय से पहले धान की रोपाई में जरूरत से ज्यादा पानी की बर्बादी होती है। पानी की स्थिति को लेकर करनाल पहले से डार्क जोन में है, लेकिन कुछ किसान मानते नहीं है और समय से पहले धान की रोपाई कर लेते हैं, जिसके बाद अब कृषि विभाग ने ऐसा करने वाले किसानों को नोटिस थमा दिया है।
कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिन-जिन किसानों को नोटिस गया है उन्हें 4 दिन के भीतर जवाब देना होगा। उसके बाद या तो 10 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से जुर्माने का प्रावधान है या फिर किसान इसे खुद नष्ट करेगा। करनाल में ऐसे 13 किसान हैं जिन्होंने 25 एकड़ फसल में समय से पहले धान उगाया है। ये सब सॉयल वॉटर एक्ट का उल्लंघन है। जिन किसानों ने समय से पहले धान की रोपाई कि वो यमुना से लगते गांव बजीदपुर, नलवीपार, नलवीकलां, खिराजपुर के रहने वाले हैं।
कृषि विभाग के अधिकारी का कहना है कि गेहूं और फिर धान लगाकर किसान एक और फसल लेने की कोशिश करता है लेकिन वो ये भूल जाता है कि ऐसा करने से पानी कितना ज्यादा बर्बाद होता है। सरकार की तरफ से धान रोपाई का समय 15 जून के बाद रखा गया है। कृषि वैज्ञानिकों की माने तो समय से पहले 1 किलो चावल की पैदावार के लिए 3500 से 4 हजार लीटर की आवश्यकता पड़ती है, जबकि समय पर 1 किलो चावल की पैदावार के लिए 1500 लीटर पानी की ही आवश्यकता होती है, ऐसे में समय से पहले धान की रोपाई करने 2500 लीटर पानी की बर्बादी होती है।
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