जाट शिक्षण संस्थान के गवर्निंग बॉडी के चुनाव में भ्रष्टाचार और धांधली के आरोप

punjabkesari.in Saturday, Jan 02, 2021 - 03:54 PM (IST)

हिसार (विनोद सैनी): जाट शिक्षण संस्थान के गवर्निंग बॉडी के चुनावी प्रक्रिया पर रोक के बाद इस चुनाव में भ्रष्टाचार और धांधली के खुले आरोप लग रहे हैं। साथ ही जाट शिक्षण संस्थाओं में नौकरी के नाम पर भी धांधली बरतने के आरोप लगने लगे हैं। चुनाव और शिक्षण संस्थाओं में चल रही कथित अनियमितताओं को लेकर जाट शिक्षण संस्था बचाओ मंच का गठन किया गया है। 

इस मंच के तहत कांग्रेसी नेता राजेन्द्र सूरा ने बताया कि पिछले छह साल में जाट शिक्षण संस्थाओं का जो प्रबंधन रहा है, उसने राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते जाट शिक्षण संस्थाओं को काफी नुकसान पहुंचाया है। यहां सिर्फ अपने चहेतों को नौकरी पर रखा गया है। इसी कारण संस्थाओं के चुनाव में बोगस वोटिंग करवाने का काम किया गया। अब कुछ लोगों ने मिलकर इन संस्थाओं को बचाने के लिए जाट शिक्षण संस्था बचाओ मंच का गठन किया है जो इन संस्थाओं में से राजनीति हस्तक्षेप खत्म करवाने का प्रयास करेगा।

बता दें कुछ दिन पहले जाट शिक्षण संस्थाओं की कार्यकारिणी गठन से पूर्व कॉलोजियम के चुनाव हेतु मतदान हुआ था। आज से कार्यकारिणी चुने जाने की प्रक्रिया शुरू होने वाली थी, लेकिन कुछ लोग इस मतदान के खिलाफ सोसायटीस के स्टेट रजिस्ट्रार के पास शिकायत लेकर पहुंच गए। इस पर स्टेट रजिस्ट्रार द्वारा चुनाव प्रक्रिया पर स्थगन आदेश दे दिया गया। ये स्थगन आदेश कॉलेजियम के बूथ नम्बर एक में गत 25 दिसम्बर को हुए चुनाव में धांधली व फर्जीवााड़े को लेकर दिया गया है। 

शिकायत कर्ताओं के अधिवक्ता अभिनीत चौधरी के अनुसार 25 दिसम्बर को कॉलेजियम के चुनाव में पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की धर्मपत्नी एकता सिंधु सहित परिवार के अन्य सदस्यों व कई अन्य सदस्यों के वोट फर्जी डाल दिए गए जबकि ये सब उस दिन हिसार में ही मौजूद नहीं थे। इसी कारण से इस चुनावी प्रक्रिया को रोकने की शिकायत लगाई गई थी।


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Shivam

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