जगाधरी सिविल अस्पताल में गर्भ में ही शिशु की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाए गंभीर आरोप

punjabkesari.in Sunday, Feb 05, 2023 - 11:42 PM (IST)

यमुनानगर(सुरेंद्र मेहता): यमुनानगर के जगाधरी सिविल अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा है। एक गर्भवती महिला के परिजनों ने रविवार को अस्पताल में उस वक्त हंगामा कर दिया। जब उन्हे पता चला कि गर्भ में बच्चे की मौत हो गई है। वहीं अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट ने बताया कि अस्पताल में एक अल्ट्रासाउंड की एक सरकारी मशीन है,जिसे चलाने के वाला भी रविवार को मौजूद नहीं था। इससे सरकार के स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी खोखले साबित हो रही हैं।

बता दें कि जगाधरी सिविल अस्पताल में रविवार को शाम हंगामा देखने को मिला। दरअसल माधोबास गांव की 29 वर्षीय सुमन को शनिवार दोपहर उसका पति जगाधरी के सिविल अस्पताल लेकर आया था। डिलिवरी के लिए उसे एडमिट भी कर लिया गया,लेकिन आरोप है कि एडमिट करने के बाद मरीज पर कोई ध्यान नहीं दिया गया और रविवार दोपहर करीब ढाई बजे परिजनों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहा गया।

महिला के पति ने बताया कि उन्हे अस्पताल की तरफ से एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं करवाई गई और वो दर्द में तड़पती अपनी पत्नी को बाइक पर लेकर ही अल्ट्रासाउंड करवाने गया। इस दौरान उसे काफी धक्के खाने पड़े,क्योंकि रविवार को ज्यादातर डायग्नोस्टिक सेंटर बंद थे। इसी बीच अल्ट्रासाउंड के दौरान उन्हें पता चला कि गर्भ में पल रहे बच्चे ने 1 बजे दम तोड़ दिया है। महिला के परिजनों पर डॉक्टरों पर आरोप लगाया कि उनकी लापरवाही की वजह से बच्चे की जान गई है।

वहीं जब इस बारे में अस्पताल प्रबंधन से बातचीत की गई तो डॉक्टरों का कहना था कि करीब 2 बजे बच्चे की धड़कन ना मिलने की वजह से परिजनों को अल्ट्रासाउंड के लिए बोला गया था।  उनके अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन ना होने की वजह से प्राइवेट अल्ट्रासाउंड के लिए कहा गया, लेकिन अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में सामने आया कि गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो चुकी है, लेकिन महिला बिल्कुल ठीक है और उसका इलाज जारी है।

जब उनसे सरकारी अल्ट्रासाउंड मशीन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सिर्फ यमुनानगर सिविल अस्पताल में एक अल्ट्रासाउंड मशीन है। जो भी रविवार के दिन उपलब्ध नहीं होती है। आगे देखने वाली बात होगी कि स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी या अनिल विज मामले में कोई संज्ञान लेकर ऐसी असुविधाओं को ठीक करने के लिए कोई कदम उठाते हैं या नहीं।  

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Content Editor

Ajay Kumar Sharma

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