तिरंगे के प्रति कांग्रेस का व्यवहार हमेशा दुर्भाग्यपूर्ण रहा: ओमप्रकाश धनखड़

punjabkesari.in Tuesday, Aug 09, 2022 - 08:56 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "हर घर तिरंगा" अभियान को लेकर राजनीतिकरण का आरोप लगाने वाली कांग्रेस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने तीखे आक्रामक तेवर दिखाते हुए कहा कि कांग्रेस का व्यवहार तिरंगे के प्रति हमेशा दुर्भाग्यपूर्ण रहा। देश की आजादी 15 अगस्त 1947 से पहले 23 दिसंबर 1943 को सुभाष चंद्र बोस ने अंडमान निकोबार को आजाद करवा कर, वहां तिरंगा फहरा दिया था। लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस ने पापपूर्ण व्यवहार करते हुए, उसे डी-सेरोमोरियन किया कि यहां तिरंगा नहीं फहराया जा सकता। वर्षों तक वहां तिरंगा नहीं फहराया गया। लेकिन अटल बिहारी वाजपेई के शासनकाल के दौरान उप-राष्ट्रपति के रूप में खुद भैरों सिंह शेखावत ने वहां जाकर तिरंगा फहराया। कांग्रेस सरकार फिर से आई और उन्होंने वही कृत्य फिर से दोहराया। सोनिया गांधी और नरसिम्हा राव की जोड़ी जब देश में राज कर रही थी, तो फिर से उसे डी-सेरीमोरियन करके तिरंगा फहराने पर रोक लगाई गई। लेकिन अब मोदी के शासनकाल में इतना बड़ा तिरंगा वहां लगा दिया गया कि कांग्रेसी कभी उतार नहीं पाएंगे।

 

पहले भारत और तिरंगा कांग्रेस का बापोती था, आज हर भारतीय का है: धनखड़

धनखड़ ने कहा कि तिरंगा ही नहीं इस कांग्रेस ने इस देश को अपना बापोती माना हुआ था। लेकिन मोदी है तो मुमकिन है। आज हर भारतीय बड़े गर्व और गौरव के साथ इस तिरंगे को फहरा रहा है और उसकी कीमत भी दे रहा है, तो फिर आखिर कांग्रेसियों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। इस देश को समझना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का व्यवहार हमेशा तिरंगे के प्रति निरादर भरा रहा। आखिर ईडी इज इंदिरा, इंदिरा इज इंडिया का स्लोगन किसने दिया। इनके समय में इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर चढो और राजीव गांधी एयरपोर्ट पर उतर जाओ। बाकी एयरपोर्ट के नाम डम डम एयरपोर्ट, सांताक्रुज एयरपोर्ट किस नियम से रखे गए थे। आज सांताक्रुज एयरपोर्ट का नाम शिवाजी महाराज के नाम से है। कोलकाता के एयरपोर्ट को सुभाष चंद्र बोस एयरपोर्ट बनाया। रायपुर के एयरपोर्ट का नाम विवेकानंद एयरपोर्ट हो गया। नागपुर के एयरपोर्ट बाबा साहब भीमराव अंबेडकर एयरपोर्ट हो गया। लखनऊ एयरपोर्ट आज चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट है। जिन लोगों ने देश के लिए कुछ किया उनके नाम आज देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। पहले भारत इनका बापोती था। आज भारत हर भारतीय का है। आजादी के महोत्सव पर हर भारतीय को तिरंगा फहराना चाहता है।

 

बिश्नोई भाजपा के हुए, वह बेहद फायदेमंद साबित होंगे :धनखड़

कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में आने पर स्वागत के बाद कहते हुए, धनखड़ ने कहा कि भाजपा के हो गए हैं, यह भाजपा के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। कुलदीप बिश्नोई एक बड़े परिवार के युवराज हैं। लेकिन भाजपा की पद्धति और परंपरा को हर व्यक्ति समझता और सीखता है। कुलदीप बिश्नोई की बैकग्राउंड जैसे बहुत से नेता पार्टी में आए हैं। लेकिन भाजपा में आकर हर व्यक्ति ढल जाता है। भाजपा ने बहुत से युवराज ढाले हैं। भाजपा में हर नेता कार्यकर्ता के रूप में काम करता है। बहुत से बड़े बैकग्राउंड के बहुत से नेता भाजपा में कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं। नेतृत्व करने वाले सभी लोगों में सीखने की क्षमता है और एक सही नेता पूरी उम्र सीखता है।

 

प्रोफेसर संपत तो गाड़ी चढ़े ही नहीं, केवल प्लेटफार्म पर ही खड़े रहे: धनखड़

धनखड़ ने प्रोफेसर संपत सिंह पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह शुरू से ही आने और जाने के बीच में  कहीं न कहीं थे। पिछले 2 साल में भाजपा के किसी कार्यक्रम में उनकी इंवॉल्वमेंट नहीं देखी गई। बड़े आदरपूर्ण कार्यकारिणी का सदस्य बनाए जाने की जिम्मेदारी भी उन्होंने लेने से मना कर दी थी। यानी वह गाड़ी चढ़े ही नहीं, केवल प्लेटफार्म पर ही खड़े रहे। पार्टी एक्टिविटी में उनकी सहभागिता होते हुए कभी हमने नहीं देखी।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan

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