सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाकर फानों में आग लगा रहे किसान, कृषि विभाग बैठा है मौन

punjabkesari.in Thursday, May 28, 2020 - 12:54 PM (IST)

समालखा (वीरेंद्र) : भले ही केंद्र सरकार प्रदेश सरकार या राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा किसानों को अपने खेतों में गेहूं के फानों को जलाने की अपील की गई हो, मगर कुछ किसान ऐसे है जो सरकारों की अपील को दरकिनार करके फानों को जलाने का कार्य कर रहे हैं। अब सोचना यह है कि क्या कृषि विभाग इस मामले में फिलहाल मौन बैठा है। समालखा से नरायणा गांव को जाते हुए एक किसान के खेत में आग जल रही थी। उसके चलते खेत के साथ ही छोटे पौधे-पेड़ों में भी आग लगी हुई थी।

अगर किसान के द्वारा यहां पर आग लगाकर गेहूं के फानों को जलाने का कार्य किया गया हो, तो उसमें किसान को भारी नुकसान होने के साथ-साथ प्रकृति को भी नुकसान हो रहो है, क्योंकि किसान अगर अपने खेतों में पड़े फानों में आग लगाकर उसे नष्ट करेंगे, तो इसके साथ-साथ उस जमीन की उर्वरा शक्ति भी कम हो जाती है। जिससे किसान की फसलों की पैदावार भी कम हो जाएगी। इसके अलावा पर्यावरण प्रदूषित हो जाता है। इसका सीधा असर मनुष्य के जीवन पर पड़ता है, क्योंकि जब पर्यावरण प्रदूषित होगा, तो हम सभी को सांस लेने में दिक्कत होगी। जिससे मनुष्य विभिन्न बीमारियों का शिकार हो जाता है।    

वहीं आग किसने और क्यों लगाई, यह संशय बना हुआ है। वहीं कृषि विभाग भी मौन है और इस मामले में अपनी निगाह पैनी करके क्यों नहीं काम कर रहा, क्योंकि यहां कई जगहों पर किसान आग लगाकर अपने फानों को जला रहा है। हालांकि कई दिन पहले कृषि विभाग ने एक विशेष अभियान चलाकर दर्जनों किसानों के खिलाफ इस मामले में कार्रवाई की थी। उन पर जुर्माना भी किया गया था, लेकिन कुछ किसान ऐसे हैं, जो फिलहाल भी इस तरह से कार्य करके पर्यावरण को प्रदूषित करने के साथ-साथ सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं। क्या कृषि विभाग ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।  


 


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Edited By

Manisha rana

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