सितम ढाने लगी ठंड, महेंद्रगढ़ में -0.5 तापमान

punjabkesari.in Thursday, Jan 12, 2017 - 09:55 AM (IST)

महेन्द्रगढ़ (प्रदीप बालरोड़िया): बुधवार की सुबह इस मौसम की सबसे ठंडी सुबह रही। जहां सुबह का तापमान शून्य डिग्री से नीचे पहुंच गया तथा खेतों की मेढ़ों पर औंस की बूंदें जम गईं, जिस कारण पूरी जमीन सफेद हो गई। सूत्रों के अनुसार महेन्द्रगढ़ प्रदेश का सबसे ठंडा जिला बना। महेन्द्रगढ़ में आज सबसे ज्यादा ठण्ड हैं। यहां पारा लुढ़क कर -0.5 से भी नीचे पहुंच गया है। ठंड की आशंका गत 2 दिनों से ही हो गई थी। मंगलवार की शाम को भी ठंडी हवा चलने के कारण शाम को ही आम लोग अपने घरों में ही दुबकने को मजबूर हो गए थे। सुबह होते-होते लोगों ने अपने बिस्तर छोड़ने में परेशानी महसूस होने लगी। ठंड से आम फसलों को तो नुक्सान नहीं हुआ लेकिन कुछ सब्जियों की फसलों को अवश्य नुक्सान हुआ है।

 

तापमान शहर से गांवों में नीचे रहा
सुबह गांवों के लोगों ने देखा कि उनके आस-पास के खेतों तथा अन्य स्थानों पर सफेद चादर-सी दिखाई देने लगी तो लोगों ने खेतों में जाकर देखा तो फसलों पर औंस जमने के करीब पहुंच चुकी थी लेकिन कुछ ही स्थानों पर औंस ने सफेद रूप धारण कर लिया था। खेतों तथा गांवों के आस-पास सफेद हुई औंस से महसूस किया गया कि तापमान शून्य से कम था जबकि शहर में प्रशासन की ओर से जो तापमान बताया गया है वह शून्य से कुछ ऊपर अर्थात 0.5 डिग्री मापा गया। 

 

सब्जियों को हुई भारी हानि
ठंड के कारण किसानों की सब्जियों में भारी हानि हुई है। जिन सब्जियों को नुक्सान हुआ है उसमें टमाटर, बैंगन तथा मटर आदि मुख्य फसलें हैं। सब्जी बोने वाले किसानों ने बताया कि उनकी बैंगन तथा मटर की फसलों को भारी नुक्सान हुआ है। 

 

अन्य फसलों को नुक्सान नहीं
ठंड से किसानों की अन्य फसलों जैसे गेहूं, सरसों तथा जौ आदि फसलों को नुक्सान नहीं हुआ। किसानों ने बताया कि अभी फसलों में बीज पड़ने नहीं लगा है जिस कारण फसलों में नुक्सान नहीं हुआ है।इसके विपरीत उक्त फसलों को कुछ लाभ अवश्य हुआ है। किसानों को कहना है कि यदि इसी तरह की ठंड पड़ती रही तो फसलों को लाभ ज्यादा होगा क्योंकि इस बार अभी तक ज्यादा ठंड नहीं पड़ने से फसलों की बढ़ौतरी कम ही हुई है। ऐसी ठंड से फसलें ज्यादा लहलहाने लगेंगी तथा पैदावार में भी लाभ होगा।

 

पूरा क्षेत्र ठिठुर रहा है
गत 2 दिनों से चल रही ठंडी हवा के कारण पूरा क्षेत्र ठिठुर गया है। इस कारण आम लोग ठंड के कारण अपने घरों से निकलने में परेशानी महसूस कर रहे हैं। ऐसी ठंड से बच्चों के बीमार होने की संभावना बन जाती है। ठंडी हवा से सूर्य की धूप भी बेमानी साबित हो रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार शीत लहर का 14 जनवरी तक जारी रहेगा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल प्रदेश को सर्दी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। अगले 24 घंटे प्रदेश में शीत लहर जारी रहेगी। वीरवार की रात कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान दो डिग्री सैल्सियस रहने के रहने के आसार हैं। तापमान में गिरावट से फसलों पर पाला पड़ने की आशंका से किसान चिंतित हैं। ठंड का असर आम जनजीवन पर भी पड़ा है। कड़ाके की ठंड से दलहनी व सब्जी की फसल को भारी नुक्सान हो सकता है। इन पर पाला पड़ने से फूल मर जाएंगे और उनकी वृद्धि रुक जाएगी। इससे फसलों की पैदावार प्रभावित होने की आशंका है।  


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