एच.पी.एस.सी. भर्ती घोटाला: गिरफ्तारी के 19 दिन बाद नागर बर्खास्त

punjabkesari.in Wednesday, Dec 08, 2021 - 10:31 AM (IST)

चंडीगढ़ (बंसल): हरियाणा लोक सेवा आयोग भर्ती घोटाले में फंसे आयोग के उपसचिव रहे एच.सी.एस. अधिकारी अनिल नागर को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। मुख्य सचिव संजीव कौशल द्वारा जारी 4 पृष्ठ के बर्खास्तगी आदेशों में इस पूरे मामले का हवाला दिया है। नागर को करोड़ों की नकदी के साथ विजीलैंस ने 18 नवम्बर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें निलंबित किया था, जबकि गिरफ्तारी के 19 दिन बाद नौकरी से बाहर कर दिया गया है। 

नष्पक्ष जांच के लिए हटाना बहुत जरूरी था 
बर्खास्तगी आदेशों में कहा गया है कि निष्पक्ष जांच व पूरे घटनाक्रम को लेकर और तथ्य जुटाने के लिए नागर को हटाना जरूरी था। वह आयोग में पावरफुल पद पर रहे, ऐसे में उनके अधीनस्थ काम करने वाला स्टाफ भी कोई जानकारी देने को तैयार नहीं था। वहीं, डैंटल सर्जन की भर्ती के लिए कई उम्मीदवारों ने सैटिंग की। एच.सी.एस. प्री-एग्जाम पास करवाने को भी सौदेबाजी जारी थी। पदों के हिसाब से इन लोगों ने रेट तय किए थे। स्टेट विजीलैंस ने नागर के अलावा भिवानी के नवीन व झज्जर के अश्वनी शर्मा को भी इस मामले में गिरफ्तार किया था। तीनों ने स्वीकारा कि उन्होंने नौकरियों के लिए पैसे लिए। तीनों से विजीलैंस ने 3.05 करोड़ रुपए नकद भी बरामद किए हैं। सरकार ने यह भी माना है कि नागर की इस कारगुजारी से प्रदेश के लोगों की नजरों में सरकार की छवि धूमिल हुई है। आदेशों में पूरे घटनाक्रम का भी जिक्र किया गया है जिसमें डैंटल सर्जन और एच.सी.एस. प्री-एग्जाम के नाम पर सैटिंग ही नहीं, ओ.एम.आर. शीटों में गड़बड़ की बात भी स्वीकार की है।

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Content Writer

Isha

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