भाजपा प्रभारी से मिल निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान का बयान, जजपा के लिए खतरे की घंटी

punjabkesari.in Saturday, Jun 10, 2023 - 12:23 PM (IST)

चंडीगढ़( चन्द्र शेखर धरणी): भजपा प्रभारी से मिल निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान का बयान;जजपा के लिए खतरे की घंटी से कम नही है।रेवाडी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने अपने अनेक निर्दलीय विधायकों के साथ बीते दिन भाजपा प्रदेश प्रभारी बिप्लव देव के साथ मुलाकात की। आश्वस्त और विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक लंबी चली इस मुलाकात के दौरान निर्दलीय विधायकों के समर्थन पर खुलकर चर्चा हुई। इसके बाद मीडिया के सामने आए सोमबीर सांगवान ने जो ब्यान दिया है वह प्रदेश की राजनीति में हलचल तो पैदा करने वाला है ही साथ ही जजपा के लिए खतरे की घंटी के समान भी है। सोमबीर सांगवान ने साफतौर पर कहा कि भाजपा को जजपा से नाता पूरी तरह से तोड़ देना चाहिए।

पत्रकारों के सामने आए सांगवान ने साफ लहजे में कहा कि जजपा ने दस सीटें जीत कर अपनी शर्तों पर भाजपा को समर्थन दिया था। इसे लेकर प्रदेश की जनता में जजपा के प्रति नाराजगी व्याप्त है। आने वाले चुनावों में भाजपा को जनता की इस नाराजगी को न झेलना पडे, इसके लिए समय रहते ही इस गठबंधन को समाप्त कर दिया जाना चाहिए। मीडिया से बातचीत में सोमबीर सांगवान ने साफ लहजे में कहा कि उन्होंने प्रदेश प्रभारी को यह सुझाव दिया है कि गठबंधन को समाप्त कर दिया जाना चाहिए। इससे प्रदेश की 25 प्रतिशत से अधिक जनता भाजपा पार्टी से जुड़ेगी और जजपा द्वारा निज स्वार्थ में किए गए कार्यों के चलते लोगों में पैदा हुए रोष को काफी हद तक कम किया जा सकेगा। अब जाहिर है कि जब मामला निर्दलीय विधायकों के खुलकर सरकार के समर्थन में खड़े होने का है, जब गठबंध में आई दरार को भरने के एक विकल्प के तौर पर निर्दलीय विधायकों की तरफ देखा जाने लगा है और जब प्रभारी द्वारा स्वयं निर्दलीय विधायकों को सामने से न्यौता देकर आमंत्रित किया जाने लगा है, ऐसे में सत्तासीन दल से मिलने वाले लाभ के बारे में भी सभी परिचित हैं। इसके चलते निर्दलीय विधायकों द्वारा सरकार हर प्रकार से सरकार के साथ खड़े होने की बात कही जा रही है। 8

प्रदेश की सत्ता पर बीते करीब साढ़े आठ साल से काबिज भारतीय जनता पार्टी का अपने सहयोगी दल जजपा के साथ क्या मोह भंग हो गया है, क्या गठबंधन की यह सरकार अधिक समय तक नहीं चलने वाली है और क्या प्रदेश के निर्दलीय विधायक अब सरकार की कुर्सी की वह टांग बनने की तैयारी कर रहे हैं जिस टांग की भूमिका जेजेपी पार्टी बीते चार साल से निभा रही थी, सत्ता के गलियारों में यह चर्चा अब जोर पकडने लगी है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी बिप्लव देव द्वारा गठबंधन को लेकर दिखाए जा रहे नजरिए की बात हो, निर्दलीय विधायकों से मुलाकातों के दौर की बात या फिर जजपा को लेकर दिखाई जा रही तल्खी का मुद्दा, प्रदेश की राजनीति पर नजर रखने वालों नकी जुबान पर यही चर्चा है कि चुनावी दौर शुरु होने से पहले दोनों राजनीतिक दलों के बीच खटास की खाई बढ़ती जा रही है जिसे पाट पाना मुमकिन नजर नहीं आ रहा है।

हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता और मंत्री अभी इस बात के संकेत नहीं दे रहे हैं कि गठबंधन समाप्ति की तरफ अग्रसर है और दोनों के बीच किसी तरह का मनमुटाव चल रहा है लेकिन निर्दलीय विधायकों की तरफ से जो संकेत दिए जा रहे हैं उन्हें देखने भर से अंदाजा लगाया जा रहा है कि गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, पर्दे के पीछे अनेक प्रकार के खेल खेले जा रहे हैं और दोनों ही दलों को इस बात का अहसास हो चुका है कि सत्ता की पटरी पर दोनों दलों का अब लंबे वत्त तक एक साथ चल पाना लगभग नामुमकिन है। 

दूसरी तरफ, प्रदेश प्रभारी बिप्लव देव द्वारा भी दो दिन पूर्व जजपा गठबंधन को लेकर की गई तल्ख टिप्पणी के भी अनेक राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। बिप्लव देव द्वारा साफ कहा गया था कि जजपा द्वारा अगर समर्थन दिया गया था तब यह भाजपा पर कोई एहसान नहीं किया गया था। इस टिप्पणी की गंभीरता को अगर परखा जाए तब स्पष्ट होता है कि भाजपा के नेता गठबंधन से नाखुश हैं, लोकसभा और विधानसभा चुनाव से दोनों दलों के रास्ते अलग हो सकते हैं और अब तक सत्ता में लगभग शांतिप्रिय तरीके से एक दूसरे का सम्मान करने वाले दोनों दलों के नेता आने वाले चंद दिनों में एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणियां करते भी नजर आ सकते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Isha

Recommended News

Related News

static