प्रांतों में कांग्रेस की मजबूती पर जुटी पार्टी, दिल्ली में बुलाई गई मीटिंग
punjabkesari.in Friday, Sep 07, 2018 - 11:56 AM (IST)
चंडीगढ़(चद्रशेखर धरणी): राष्ट्री09य कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने दिल्ली में आज भारत वर्ष के सभी प्रदेशाध्यक्षों व कोषाध्यक्षों की मिटिंग बुलाई। हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर तथा कोषाध्यक्ष तरुण भंडारी ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया यह बैठक दिल्ली में 15 जी आर जी रोड पर हुई।
सूत्रों के अनुसार अहमद पटेल ने सभी प्रदेशाध्यक्षों व कोशाध्यक्षों के साथ हुई मीटिंग में कांग्रेस संगठनों को मजबूत करने और प्रांतीय संगठनों की आर्थिक स्थिति पर चर्चा की गई। इसके अलावा सभी प्रांतो के उपस्थित लोगों को मनमोहन सिंह कमेटी की रिपोर्ट शीघ्र लागु करने व आगामी पंद्रह दिनों में अपने- अपने प्रांतो में इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा है।
मनमोहन सिंह कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार हर विधायक व पूर्व विधायक को प्रतिवर्ष एक माह का वेतन अपने प्रदेश कार्यालय में जमा करवाना अनिवार्य है। सूत्रों का कहना है की अहमद पटेल ने कमेटी में स्पष्ट रूप से कहा की भविष्य में होने वाले लोकसभा तथा विभिन्न प्रांतो के विधानसभा चुनावों के संभावित उम्मीदवारों को चाहे वह मौजूदा विधायक क्यों ना हो सबको प्रदेश संगठन से एन ओ सी अनिवार्य लेनी होगी।
कहा जा रहा है कि इस बैठक में राहुल गांधी हाल ही में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करेंगे और सत्ता पक्ष को घेरने को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा। बता दें कि इस साल अंत तक मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा का सेमी फाइनल माने जाने वाले मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ चुनाव में कांग्रेस कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। इन राज्यों में भाजपा की सरकार है। ऐसे में राहुल गांधी ने बागदौड़ अपने हाथ में ले रखी है।
गौरतलब है कि कांग्रेस इन तीनों राज्यों को भाजपा छीनकर अपनी खोई बिसात को लोकसभा चुनाव से पहले और मजबूत करना चाहती है। ऐसे में कांग्रेस ने बूथ स्तर पर काम भी शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के सभी बूथों को तीन हिस्सों में विभाजित कर काम कर रही है। पहला-कमजोर, दूसरा मध्यम और तीसरा मजबूत। चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी कमजोर बूथ पर अधिक ध्यान देगी। कांग्रेस के डाटा एनालिटिक्स विभाग के मुताबिक, राजस्थान में करीब पचास हजार, मध्य प्रदेश में साठ हजार और छत्तीसगढ़ में लगभग 22 हजार बूथ हैं। इन सभी बूथ पर पार्टी को अपनी स्थिति का आंकलन कर चुनाव रणनीति बना रही है। ऐसे में बैठक में इस रणनीति पर आगे कैसे-क्या काम करना है, इसपर भी चर्चा हो सकती है।