सड़क जाम कर रहे प्रवासी मजदूरों को पुलिस ने खदेड़ा

punjabkesari.in Saturday, May 16, 2020 - 11:45 PM (IST)

यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): घर वापसी के लिए पंजाब, चंडीगढ़ से आ रहे प्रवासी मजदूर जैसे ही हरियाणा के यमुनानगर में करेड़ा खुर्द गांव के पास पहुंचे तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। वहां पर पहले से सरकारी स्कूल में ठहरे कुछ और प्रवासी भी नेशनल हाईवे पर आ गए। जिसके बाद इन प्रवासियों ने हाईवे को दोनों और से जाम कर दिया। इससे ट्रैफिक बाधित होने लगा।

पुलिस ने इनकाे समझाने की कोशिश की, लेकिन समझाने के बावजूद नाकाम हुए। पुलिस वालों ने हारकर उन्हें वहां से खदेड़ा। इसके बाद प्रवासी मजदूर खेतों में भागते हुए नजर आए और उनका सारा समान खेतों में ही बिखरना शुरू हो गया।

यमुनानगर प्रशासन द्वारा पंजाब व चंडीगढ़ की तरफ से आ रहे प्रवासी मजदूरों को हरियाणा के यमुनानगर में रोककर एक सरकारी स्कूल में इकट्ठा किया जा रहा था । प्रशासन व ग्रामीण सरपंच की ओर से उनको इसलिए रोका जा रहा था कि उनको जल्द ही उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचा दिया जाएगा। लेकिन इनको यहां रुके 5 दिन हो गए और इनका सब्र का बांध टूट पड़ा।

आज पंजाब से आ रहे और स्कूल में ठहरे कुछ प्रवासी मजदूरो ने मिलकर नेशनल हाईवे पर जाम लगाकर ट्रैफिक को रोकना शुरू कर दिया। काफी देर तक इन लोगों ने हंगामा किया। पुलिस कम होने की वजह से यह लोग पुलिस पर ही उल्टे हावी हो गए और हाथापाई शुरू कर दी। जिसके बाद और पुलिस फाेर्स काे बुलाया गया। 

पुलिस फाेर्स ने आकर इन्हें खदेड़ना शुरू कर दिया। यह लोग हाईवे से उतर कर खेतों की तरफ भागने लगे। जिसका जो समान था वह खेतों में ही बिखरा हुआ दिखाई देने लगा। इस दौरान दो तीन लोगों को चोटें भी आई, जिन्हें नजदीक के अस्पताल में ले जाया गया। वहीं पर जब इस बारे में एसएचओ सदर यमुनानगर से बात की तो उन्होंने साफ मना कर दिया कि यहां पर ऐसा कुछ नहीं हुआ।

उधर, पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग का कहना है कि छोटे-मोटे इशू होते रहते हैं, काफी टेंशन है। सब लोग चाहते है कि घर जाएं। कई बार गर्मा गर्मी हो जाती है। फिर भी उन्हें समझा-बुझाकर शेल्टर होम में भेज दिया गया है।


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Edited By

vinod kumar

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