एक बार फिर फिसली राज्यमंत्री कटारिया की जुबान- किसानों के लिए प्रयोग किए आपत्तिजनक शब्द

punjabkesari.in Friday, Dec 18, 2020 - 11:42 PM (IST)

पंचकूला (उमंग): अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले केंद्रीय जलशक्ति, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया की जुबान आज एक बार फिर फिसल गई। अपने बेबाक बयानबाजी के दौरान उन्होंने किसानों की तुलना पागल झोटे से कर दी। इस पर जब सवाल उठाया गया तो कटारिया अपना ही बचाव करते हुए नजर आए और शब्दों को बदल दिया। बता दें कि केंद्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया पंचकूला के सेक्टर 6 स्थित जाट भवन में पहुंचे थे।

पंचकूला मेयर पद के भाजपा उम्मीदवार कुलभूषण गोयल के चुनाव प्रचार के बाद कटारिया मीडिया से रूबरू हो रहे थे। इस दौरान उनसे किसान आंदोलन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ''एक पागल झोटा अगर अपने सींग मेरे पेट में घुसाने की तरफ आ रहा है तो मैं अपने आप को बचाने के लिए कुछ न कुछ तो कदम उठाऊंगा अपनी जान बचाने के लिए।''

कटारिया ने किसान आंदोलन पर कहा कि भारत सरकार ने कृषि संगठनों के समक्ष 7 प्रस्ताव रखे हैं, जिस पर सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है। अगर ऐसा लगा कि कानून में परिवर्तन करने की आवश्यकता है तो तीनों कानूनों में विचार करके परिवर्तन कर दिया जाएगा, लेकिन पूरा कृषि कानून सरकार किसी कीमत पर वापस नहीं लेगी। यह कृषि कानून किसानों की आमदनी को दुगुना करने वाला और किसानों के हक में हैं। 

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कटारिया ने आगे कहा कि किसान हमारा अन्नदाता है वह हमारा भगवान है, लेकिन कुछ तत्व जो इस किसान आंदोलन के बीच में घुस आए हैं जिनका कृषि से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को छुड़वाने की बात करते हैं, जो खालिस्तान के नारे लगवा रहे हैं वह किसी भी कीमत पर किसानों के हितैषी नहीं हो सकते और किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं।

वहीं रतनलाल कटारिया ने किसान आंदोलन के लिए जा रहे किसानों पर हरियाणा सरकार द्वारा लाठीचार्ज व वाटर कैनन के प्रयोग पर उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना भी सरकार का दायित्व है। इस दौरान उन्होंने कहा, "एक पागल झोटा अगर अपने सींग मेरे पेट में घुसाने की तरफ आ रहा है तो मैं अपने आप को बचाने के लिए कुछ न कुछ तो कदम उठाऊंगा अपनी जान बचाने के लिए।"

किसानों को पागल झोटे की संज्ञा देने के सवाल पर उन्होंने तुरंत अपनी फिसली जुबान को ठीक करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि अगर कोई आतंकवादी पूरे माहौल को बिगाडऩा चाहता है तो उसके लिए ऐसे कदम उठाए ही जाएंगे। वहीं राहुल गांधी द्वारा किसान आंदोलन मामले में सरकार से जल्द बातचीत सुलझाने के लगातार जा रहे ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, "तेरी मां सोनिया वैसे ही तेरे पीछे पड़ी हुई है राजनीति तेरे बस की नहीं है।"


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Shivam

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