सिरसा में बैठा एक दंपति, कहा- डेरे के पास है हमारा बेटा

punjabkesari.in Friday, Sep 08, 2017 - 12:07 PM (IST)

सिरसा(सतनाम सिंह): 25 अगस्त को पंचकूला की हिंसा में जहां कई घर उजड़ गए वहीं हैदराबाद के रहने वाले दंपति को उनके बिछड़े बेटे की झलक भी देखने को मिली। पंचकूला हिंसा में 8 साल बाद अपने बेटे को देखने के बाद माता-पिता को विश्वास है कि सिरसा में चल रहे सर्च अभियान में उनका बेटा शादाब भी सही सलामत उन्हें मिल जाएगा। 
PunjabKesari
जानकारी के अनुसार शादाब कोटा का रहने वाला है। वह 8 साल से गुमशुदा था। शादाब के पिता बुम्शाद ने बताया कि 2009 में उनका बेटा किसी काम के सिलसिले में हैदराबाद गया था लेकिन वापसी में वो रास्ते से ही गायब हो गया। उन्होंने अपने बेटे को ढूंढने की तमाम कोशिशे की लेकिन शादाब नहीं मिला। दंपति ने थक हार कर सब ईश्वर के हाथ में छोड़ दिया। ईश्वर ने 8 साल बाद अपना जलवा दिखा दिया।
PunjabKesari
25 अगस्त को डेरा चीफ के पंचकूला के लिए रवाना होने से पहले डेरा प्रमुख की गाड़ी के आगे कुछ लोग लेट रहे थे। उन्हीं में से एक उनका बेटा भी था। 25 अगस्त को वो लोग टीवी देख रहे थे तो गुरमीत राम रहीम की गाड़ी के आगे उनका बेटा रोता और लेटता नजर आया तभी उन्होंने उसे तुरंत पहचान लिया। जिसके बाद उन्होंने डीएसपी से बात की। डीएसपी ने भी उन्हें पूरा भरोसा दिलाया है कि वे उनका बेटा ढूंढ़ने में उनकी पूरी मदद करेंगे। 
PunjabKesari
वहीं शादाब की मां मुमताज़ ने बताया कि उन्होंने साफ तौर पर अपने बेटे को टीवी में पहचाना लेकिन उन्हें लगता है कि शायद उसकी यादाश्त जा चुकी है। अब दंपति इस आस में सिरसा आया है कि इस सर्च अभियान में उनका बेटा भी उन्हें मिल जाएगा। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News

static