CWG: हरियाणा की बेटी सीमा पूनिया ने डिस्कस थ्रो में जीता सिल्वर, परिजनों में खुशी(video)

punjabkesari.in Thursday, Apr 12, 2018 - 11:33 PM (IST)

सोनीपत(पवन राठी): सोनीपत जिले के खेवड़ा गांव में सीमा पूनिया ने जीता कॉमनवेल्थ में सिल्वर मेडल जीता। पूनिया डिस्कस थ्रो की खिलाड़ी हैं, जिन्होंने लगातार चौथे कॉमनवेल्थ में मेडल जीता है। सीमा की सफलता पर परिजनों ने मिठाई खिलाकर खुशी जताई है। उनका कहना है कि बेटी की घर वापसी पर वे उसे पलकों पर बिठाकर रखेंगे।

गुरूवार को 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का नाम चमकाने में हरियाणा के खिलाड़ी छा गए। दिन की शुरूआत में कुश्ती प्लेयर पहलवान सुशील कुमार ने राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार तीसरा स्वर्ण पदक जीता। वहीं दंगल गर्ल की छोटी बहन बबीता फौगाट जो इंटरनेशनल प्लेयर भी हैं, उन्होंने सिल्वर मेडल पर अपनी धाक जमाई। वहीं हिसार जिले की बेटी किरण ने भी कांस्य पदक हासिल किया।

इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए एथलेटिक्स स्पर्धा में डिस्कस थ्रोअर सीमा पूनिया ने रजत पदक पर अपनी धाक जमाई, और उनके साथ नवजीत कौर ढिल्लो ने भी भारत का इसी स्पर्धा में कांस्य पदक दिलाया। सीमा पुनिया ने छठे मौके पर 58.90 का स्कोर करते हुए सिल्वर मेडल जीता।

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सीमा ने कॉमनवेल्थ गेम्स में लगाया पदकों का चौका
21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में सीमा पूनिया ने आठवें दिन रजत पदक अपने नाम किया,जोकि कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार चौथीबार है, इससे पहले सीमा ने क्रमश: 2006 के कॉमनवेल्थ गेम्स मेलबर्न में सिल्वर मेडल जीता, उसके बाद 2010 में दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक और 2014 के स्कॉटलैंड कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीता था। कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में सीमा भारत की सबसे सफल एथलीट रही हैं। 

डोपिंग में पाई गई दोषी, छीन गया था गोल्ड
सीमा ने 17 साल की उम्र में विश्व जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन डोपिंग का दोषी पाए जाने के कारण उनका पदक छीन लिया गया था। सीमा ने गलती से स्यूडोफेडरिन ले ली थी जो जुकाम को ठीक करती है। 


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Shivam

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