देश की एकता व अखंडता का प्रतीक कपाल मोचन का राज्यस्तरीय मेला चढ़ा कोरोना की भेंट

punjabkesari.in Saturday, Oct 24, 2020 - 05:42 PM (IST)

यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): हरियाणा के यमुनानगर में प्रसिद्ध ऐतिहासिक तीर्थ स्थल बिलासपुर में लगने वाला मेला कपाल मोचन इस बार नहीं लगेगा। कोरोना के चलते राज्य सरकार ने इस बार मेला नहीं लगाने के आदेश जारी किए हैं। इस मेले में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल सहित देश के अन्य राज्यों से 10 लाख से अधिक श्रद्धालु भाग लेते आए हैं।

यमुनानगर के ऐतिहासिक तीर्थ स्थल कपाल मोचन में प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा एवं गुरु नानक जयंती पर एक विशाल मेला लगता है। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से 10 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचकर विधि पूर्वक पूजा अर्चना करके पुण्य के भागी बनते हैं। देश की आजादी से पहले से लगने वाले इस मेले में भारी संख्या में सिख श्रद्धालु भी पहुंचते हैं। जो यहां स्थित प्रदेश प्रसिद्ध ऐतिहासिक गुरुद्वारा में शीश नवाते हैं।

इसी स्थान पर गुरु नानक देव एवं गुरु गोविंद सिंह यहां आकर ठहरे थे। महाभारत के बाद पांडवों ने भी यहां आकर पवित्र सरोवर में स्नान करके पुण्य कमाया था। वहीं भगवान शिव के भी यहां आकर स्नान करने का वर्णन पुराणों में मिलता है। इस बार क्योंकि कोरोना महामारी है इसलिए जिला प्रशासन ने कोपाल मोचन से संबंधित सभी संस्थाओं एवं कपाल मोचन साइन बोर्ड के सदस्यों की मीटिंग ली। जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कोरोना के चलते इस बार यह मेला नहीं होगा। 

यमुनानगर के उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि इस संबंध में विभिन्न प्रदेशों के जिला उपायुक्तों से वह स्वयं बात करके यह सूचना भेजेंगे, ताकि अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालु यहां ना पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस दौरान सरोवरों की सफाई करवाई जाएगी, लेकिन सरोवरों में स्नान नहीं करने दिया जाएगा। जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं को अपील की कि वह क्योंकि मेला इस बार नहीं हो रहा है इसलिए कपाल मोचन ना आए, बल्कि घरों में रहकर इस त्यौहार को मनाएं और इस बार सरोवरों में स्नान की भी इजाजत नहीं दी जाएगी।


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Shivam

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