एचएमटी पेट्रोल पंप कर्मियों को जबरन नौकरी से निकाला जाना गलत: विजय बंसल

punjabkesari.in Thursday, Apr 30, 2020 - 06:23 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): राज्य व केंद्र सरकार की अनदेखी, भ्रष्ट अफसरों की मिलीभगत व लापरवाही के कारण एचएमटी में स्थित वर्षो से चल रहे पेट्रोल पंप की हालत दयनीय होने का ठीकरा अब 25 वर्षो से कार्यरत स्थानीय 18 कर्मचारियों को नौकरी से निकालकर करना बिल्कुल असहनीय व गलत है।

जिसको लेकर शिवालिक विकास मंच के अध्यक्ष व एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक विजय बंसल एडवोकेट ने निकाले गए 18 कर्मचारियों के समर्थन में आकर पुनः नौकरी पर रखने की मांग कर एचएमटी कर्मचारी कंज्यूमर कोर्पोरेटिव सोसायटी व राज्य सरकार को आड़े हाथ लेते हुए किया है

विजय बंसल का कहना है कि एक तरफ तो देश कोरोना से जंग लड़ रहा है, तो वहीं आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। वहीं दूसरी और एचएमटी कोर्पोरेटिव सोसायटी ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए 18 स्थानीय कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का पैगाम जारी कर दिया।

विजय बंसल का आरोप है कि जब पहले इतने वर्षों तक इन्ही कर्मियों के बलबूते एचएमटी पंप के माध्यम से करोड़ों का मुनाफा प्रति वर्ष सोसाइटी को करके दिया तो अब कुछ भ्रष्ट अफसरों की लापरवाही का नतीजा इन 18 कर्मियों को निकालकर क्यों किया जा रहा है।

उन्हाेंने कहा कि पंप तो कभी नुकसान में जाता ही नहीं, अगर सरकार इस ओर ध्यान देती। क्योंकि जीरकपुर से परवाणू तक पूरे हाइवे पर इस रास्ते की ओर केवल एक ही पंप है और यहां से प्रतिदिन हजारों गाड़ियों का निकलना होता है।अब इन कर्मियों के खान-पान और रहन-सहन की जिम्मेवारी केंद्र सरकार लेगी या फिर राज्य सरकार?

बंसल ने स्पष्ट किया है कि यदि इन कर्मियों को पुनः नहीं रखा गया तो सड़क से कोर्ट तक की लड़ाई लड़कर कर्मचारियों का हक लिया जाएगा। वैसे ही सरकारी अनदेखी व कमजोर नेतृत्व के कारण इलाके में रोजगार का अभाव है, जबकि पहले एचएमटी ट्रैक्टर प्लांट को बन्द किया गया फिर अब पेट्रोल पंप से 18 कर्मियों को निकालकर रोजगार छीनने का काम किया जा रहा है।

एचएमटी पंप के बंद होने से राज्य सरकार को भी करोड़ों का नुकसान हो रहा है ।क्योंकि सरकार को हर माह करीब 50 लाख का राजस्व एचएमटी पम्प से मिलता था , जोकि अब नही मिल रहा है। जिससे सरकारी खजाने को चुना लग रहा है। 

इन 18 कर्मियों को निकाला गया
विजय बंसल ने बताया कि एचएमटी पेट्रोल पंस में कार्यत मोती राम, दलजीत सिंह, सुनील सेठी, हरजीत सिंह, अजय प्रकाश बबल, राधे श्याम, सुनील दत्त शर्मा, प्रमोद कुमार, अमित मल्होत्रा, अनिल कुमार, दीपक भारद्वाज, प्रदीप कुमार, प्रतिमा चंद,पवन कुमार, नरेश कुमार, हरजिंदर सिंह, मनिंदर सिंह, संदीप कुमार समेत कुल 18 स्थानीय कर्मियों को निकाला गया है।

बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स ने भी कुछ नहीं किया
उन्हाेंने बताया कि हरियाणा सरकार के कॉरपोरेशन विभाग ने 26 नवम्बर 2019 को 6 महीने के लिए एचएमटी कॉपरेटिव कंस्यूमर्स सोसायटी के लिए बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स का गठन किया था। जिसमें 4 सदस्य नियुक्त किए है थे, परन्तु अभी तक इस बोर्ड द्वारा भी कोई काम नहीं किया गया। जिससे पम्प आदि चालू हो सके और जनहित में फायदा हो सके, लेकिन 18 कर्मचारियों को निकालकर तुगलकी फरमान जरूर जारी कर मोहमद बिन तुगलक जैसा रोल जरूर अपनाया। 

पेट्रोल पंप को बेचना चाहती है सरकार
बंसल का कहना है कि सरकार द्वारा भेदभावपूर्ण रवैए से यह प्रतीत होता है कि सरकार इस मुनाफे वाले पेट्रोल पंप को किसी निजी व चहेते व्यापारी को देना चाहती है, इसलिए सरकार द्वारा इसे चलाने की सूरत में कोई काम नहीं किया जा रहा है।

 


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Edited By

vinod kumar

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