चिंताजनक : 80 फीसदी गर्भवती महिलाओं में पाई जाती है खून की कमी

punjabkesari.in Sunday, Dec 20, 2020 - 02:02 PM (IST)

हिसार (ब्यूरो) : उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि एनीमिया एक गंभीर बीमारी है। इसके कारण महिलाओं में अन्य बीमारियों होने की संभावना और बढ़ जाती है। इसमें लाल रक्त कणों की संख्या अथवा उनके ऑक्सीजन वहन करने की क्षमता शरीर की जैवक्रिया की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अप्रर्याप्त हो जाती है। वे आज लघु सचिवालय सभागार में एनीमिया मुक्त हिसार अभियान के शुभारंभ अवसर पर पत्रकारों के साथ बातचीत कर रही थी। इस अवसर पर उन्होंने सॉलिड बॉडी-स्मार्ट माइंड के आर्दश वाक्य के साथ आयरन गर्ल मैस्कॉट एनीमिया के लक्ष्ण औऱ इससे बचाव के पंफलेट तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा तैयार ऑडिय़ो जिंगल की भी लोकार्पण किया। इस दौरान एनीमिया मुक्त भारत अभियान पर बनाई गई डॉक्यूमैंट्री भी प्रदर्शित भी प्रदर्शित की गई।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार लगभग 80 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं का एच.बी. निर्धारित स्तर से कम पाया जा रहा है, जो कि एक चिंताजनक बात है। उन्होंने कहा कि एनीमिया की बीमारी केवल गरीब ही नहीं, बल्कि मध्यम तथा उच्च वर्गीय महिलाओं में भी देखने को मिलती है। इसका सबसे बड़ा कारण गलत खानपान की आदत है। एनीमिया की स्थिति एवं इसकी गंभीरता के कारण थकान, कमजोरी, चक्कर आना, शारीरिक विकास में कमी और मृत्युदर में वृद्धि के रुप में सामने आती है। उपायुक्त ने बताया कि शहर की महिलाओं का एच.बी. टैस्ट करने के लिए वैन चलाई जाएगी।

इसके माध्यम से महिलाओं का एच.बी. टैस्ट निशुल्क किया जाएगा और जिन महिलाओं में एच.बी. का स्तर कम पाया जाएगा, उन्हें आयरन और फोलिक एसिड की टेबलेट निशुल्क दी जाएगी। जिन महिलाओं का एच.बी. निर्धारित स्तर से ऊपर पाया गया तो उन्हें जिला प्रशासन की ओर से प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर सी.एम.ओ. डॉ.रत्ना भारती, जिला रैडक्रॉस सचिव रविंद्र लोहान, पी.ओ. आई.सी.डी.एस. अनीता दलाल व सी.एम.जी.जी.ए. सौम्या सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।  

 

 

 

 

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Manisha rana

Recommended News

Related News

static