जीटी रोड पर 7.54 करोड़ से लगेंगे 120 कैमरे, अकेले पानीपत में लगाए जाएंगे 22 कैमरे

punjabkesari.in Friday, Dec 04, 2020 - 01:15 AM (IST)

पानीपत, (संजीव नैन) : राष्ट्रीय राजमार्ग नम्बर-44 पर लगातार बढ़ रही दुर्घटनाओं व अन्य वारदातों पर शिकंजा कसने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। सरकार ने इस मार्ग पर सडक़ दुर्घटनाओं व अन्य वारदातों को अंजाम देकर बच निकलने वाले लोगों पर शिकंजा कसने के लिए तीसरी आंख से निगरानी करने का फैसला लिया है। जिसके तहत इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच 200 किलोमीटर के दायरे में 120 कैमरे लगाए जाने की योजना है। जिनमें से 22 कैमरे अकेले पानीपत जिले से होकर गुजरने वाले रास्ते पर ही लगाए जाएंगे। इसी पूरी योजना पर राज्य सरकार द्वारा 7 करोड़ 54 लाख रुपए किए जाएंगे जिसकी मंजूरी मिल चुकी है। इन कैमरों के लगने के बाद जीटी रोड के चप्पे-चप्पे पर यातायात पुलि की निगाहें रहेंगी तथा तीसरी आंख से बचकर कोई परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा। वहीं कैमरे लगने से पुलिस का काम भी आसान होगा। पुलिस के लिए वारदातों या सडक़ हादसों को अंजाम देकर भागने वालों का पता लगाकर उन्हें अरैस्ट करना आसान हो जाएगा।
प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ को देश की राजधानी दिल्ली से जोडऩे वाला राष्ट्रीय राजमार्ग नम्बर 44 राष्ट्रीय स्तर पर काफी महत्वपूर्ण हैं, क्योकि यही वह मार्ग है जो न केवल हरियाणा बल्कि पंजाब, हिमाचल व जम्मू-कश्मीर को भी सीधे तौर पर दिल्ली से जोड़ता है। जिसके चलते ही इस मार्ग पर वाहनों का अत्यधिक दबाव भी रहता है। यही कारण है कि विभिन्न स्थानों पर शहरों के बीच गुजर रहे इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऊपरगामी पुल भी बहुतायात में हैं, ताकि शहरों के बीच में जाम की वजह से होने वाली परेशानी से बचा जा सके। जगह-जगह ओवरब्रिज बनने से जहां जाम की समस्या कम हुई हैं, वहीं वाहन भी तेज गति से निकलने लगे हैं। ऐसे में अंधाधुंध गति से वाहन चलाए जाने के चलते दुर्घटनाएं भी काफी बढ़ी हैं। जिससे हर साल लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है या फिर घायल हो जाते हैं। यही कारण है कि इस मार्ग पर नैशनल हाईवे पुलिस के साथ-साथ स्थानीय पुलिस की टीमें भी व एम्बुलेंस लगातार गश्त लगाती रहती हैं। साथ ही हर 15-20 किलोमीटर की दूरी पर पुलिस बूथ भी स्थापित हैं ताकि हादसे का शिकार होने वाले लोगों को तुरन्त सहायता उपलब्ध करवाई जाए। ऐसे में जरूरत है कि सरपट दौड़ रहे इन वाहनों पर नजर रखी जाए ताकि जहां एक ओर हादसों में कमी लाई जा सके, वहीं हादसों की तुरन्त सूचना भी पुलिस प्रशासन को मिल सके। इसी दिशा में पहल करते हुए प्रदेश सरकार ने राजधानी चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली तक कैमरे लगाने की योजना तैयार की है।
इसीलिए प्रदेश सरकार ने दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए यह योजना तैयार की है जो कि दो चरणों में लागू की जाएगी। योजना तहत पहले चरण में अम्बाला से सोनीपत के बीच 120 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगें। जिनमें से अम्बाला में 22, कुरुक्षेत्र में 24, करनाल मे 28, पानीपत में 22 व सोनीपत में 24 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरे लगाने का यह कार्य हारट्रोन के जरिए किया जाएगा। वहीं दूसरे चरण में अन्य शहरो को भी कवर करने की योजना है। जीटी रोड पर तीसरी आंख का पहरा होने के बाद माना जा रहा है कि जहां ओवरस्पीड की वजह से होने की दुर्घटनाओं में कमी दर्ज होगी वहीं अपराध करने भागने वाले बदमाशों पर भी शिकंजा कसा जा सकेगा। साथ ही साथ हादसाग्रस्त लोगों का समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाकर कीमती जानों को भी बचाया जा सकेगा।

रिपोर्ट : संजीव नैन, पानीपत।


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Content Editor

Sanjeev Nain

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