जाटलैंड मेें अमित शाह की योग साधना के हैं कई मायने

punjabkesari.in Friday, Jun 21, 2019 - 09:27 AM (IST)

ब्यूरो : हरियाणा के जाटलैंड रोहतक में होने वाले राज्य स्तरीय योग समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री के शिरकत करने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। केंद्र में सरकार बनने के ठीक 28 दिन बाद रोहतक में अमित शाह के आने से जहां प्रदेश भाजपा गदगद् दिखाई पड़ रही है, वहीं राज्य में विधानसभा चुनाव को भी 3 माह ही शेष बचे हैं। ऐसे में सहज है कि अमित शाह का योग साधना के साथ-साथ विधानसभा साधना भी लक्ष्य है ताकि भाजपा की हरियाणा इकाई ने चुनाव के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किए हैं वे पूरे हो सकें।

भाजपा के प्रदेश नेतृत्व के साथ-साथ अब केंद्रीय नेतृत्व की निगाहें हरियाणा पर टिकी हैं। ऐसे में भाजपा अब कोई भी दाव नहीं चूकना चाहती है। दिल्ली से सटे होने के साथ हरियाणा के कई जिले एन.सी.आर. में आते हैं। इस कारण दिल्ली में बैठी भाजपा की आला सरकार के लिए हरियाणा की अहमियत कम नहीं है। वहीं केंद्र में जब 2004 से लेकर अप्रैल 2014 तक कांग्रेस की सरकार रही तो प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार बनी।

वहीं मई 2014 में मई में केंद्र में भाजपा की सरकार बनते ही हरियाणा में भाजपा की सरकार बन गई इसलिए अब केंद्र के चुनाव के बाद हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को भाजपा की केंद्रीय समिति अहम मान रही है। जाटलैंड में रोहतक, सोनीपत, झज्जर, जींद आदि जिलों को साधने के लिए अब भाजपा ने रोहतक योग साधना को चुना है। भाजपा अपनी रणनीति में कितना सफल होती है यह तो वक्त ही बताएगा।

क्यों चुना रोहतक को? 
रोहतक जिले की गढ़ी-सांपला-किलोई सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधायक हैं। इस जिले की 4 विधानसभा सीटों में से 3 पर कांग्रेस के विधायक काबिज हैं जिन्हें भाजपा इस बार हर हाल में जीतना चाहती है। ऐसे में लोकसभा में मतदान से पूर्व मोदी के आने से यहां की आबो-हवा बदल गई थी। उसी प्रकार विधानसभा चुनाव को लेकर भी भाजपा सरकार दाव चल रही है ताकि कांग्रेस का पूरी तरह से सूपड़ा साफ हो जाए।


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Naveen Dalal

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