इंडिया बुक में दर्ज हुआ हरियाणा की इस बेटी का नाम

punjabkesari.in Wednesday, Nov 28, 2018 - 04:23 PM (IST)

रेवाड़ी(मोहिंद्र भारती): रेवाडी की बहादुर बेटी सुनीता चौकन ने कन्याकुमारी से खारदुंगला तक 5 हज़ार किलामीटर का सफ़र साइकिल से पूरा करके इंडिया बुक में अपना नाम दर्ज़ कराया है। यह ना केवल जिला और प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गौरव की बात है। उनकी इस साइकलिंग का उद्देश्य बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ है।

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गौरतलब है कि सुनीता अब तक अपनी यात्रा के दौरान 10 हज़ार से ज़्यादा पेड़ लगा चुकी है और हर एक पेड़ की ग्रोथ के लिए 4-4 लोगों को ज़िम्मेदारी दी गई है। वह वर्ष 2011 में 8848 मीटर की चढ़ाई नापकर एवरेस्ट को फ़तह कर चुकीं है। इसी दौरान उन्होंने पहाड़ों के ग्लेशियर को पिघलते हुए देखा। तब उनके मन में एक ख़्याल आया यदि आने वाले समय के लिए इन ग्लेशियरों को नही बचाया गया तो पर्यावरण का अस्तित्व ही ख़त्म हो जाएगा। जिसे लेकर सुनीता ने वर्ष 2017 में कन्याकुमारी से खारदुंगला तक 5 हज़ार किलोमीटर का सफ़र साइकिल से तय किया। 

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उन्होंने वर्ष 2018 में गुजरात के सोमनाथ से पशुपति इंफाल का 5 हज़ार किलोमीटर का सफ़र भी साइकल से तय किया। इस यात्रा के दौरान उन्होंने प्रदूषित होते पर्यावरण को बचाने के लिए प्लास्टिक से होने वाले नुकसान की जानकारी देते हुए बताया कि जो पोलोथिन हम घरों में इस्तेमाल करते है उनके तीन बड़े नुकसान होते है। यदि हम पोलोथिन को खुले में फेंकते है तो वह धीरे-धीरे धरती में समा जाती है। जो धरती की उर्वरक शक्ति को ख़त्म कर देती है। 

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सबसे अहम बात प्लास्टिक कैंसर का मुख्य कारण है जो बरसात के दिनों में नदी- नालों के रास्ते समुद्र में पहुंच जाता है। जो वहां माइक्रो प्लास्टिक का रूप धारण कर लेते है। जिन्हें मछलियां खाती है और उन्ही मछलियों के माध्यम से यह मॉइक्रो प्लास्टिक इंसान के शरीर में जाकर कैंसर का कारण बनता है। सुनीता अब तक 9 राष्ट्रीय अवार्ड्स हासिल कर चुकी है, जिनमें से नारी शक्ति जोकि राष्ट्रपति द्वारा उन्हें दिए गए है। जिसमें भारत गौरव, डॉटर अवार्ड, कल्पना चावला अवार्ड सहित अन्य अवॉर्ड शामिल है। 
 


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Rakhi Yadav

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