कुलदीप बिश्नोई ने अमित शाह-JP नड्डा से की मुलाकात, ट्विटर से हटाए सोनिया व राहुल गांधी के फोटो

punjabkesari.in Sunday, Jul 10, 2022 - 02:26 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : कुलदीप बिश्नोई ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। उन्होंने यह जानकारी ट्वीट कर दी। बिश्नोई ने कहा कि अमित शाह जी से मिलना एक वास्तविक सम्मान और खुशी की बात थी। एक सच्चे राजनेता, मैंने उनके साथ बातचीत में उनकी आभा और करिश्मा को महसूस किया। भारत के लिए उनका दृष्टिकोण विस्मयकारी है। उन्होंने शाह के लिए लिखा कि अपनी जुबान के लिए सरे-राह हो जाना, बहुत कठिन है, अमित शाह हो जाना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व भजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से हाल ही में हुई उनकी मुलाकात ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भजपा में वह अब जल्दी शामिल हो जाएंगे। केवल कब उन्हें किस शुभ महुर्त में भजपा में शामिल करना है उस तिथि का एलान बाकी है। दूसरी तरफ अब देखना यह है की कुलदीप के बड़े भाई चंद्रमोहन का राजनैतिक कदम कुलदीप के साथ रहेगा या वह कांग्रेस में ही रहेंगें। बता दें कि इससे पहले बिश्नोई ने अपने ट्विटर अकाउंट से सोनिया व राहुल गांधी की फोटो हटा दी है। वहीं राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद से ही कुलदीप की कांग्रेस छोड़ने की चर्चा तेज है। 

श्री @amitshah जी से मिलना एक वास्तविक सम्मान और खुशी की बात थी। एक सच्चे राजनेता, मैंने उनके साथ बातचीत में उनकी आभा और करिश्मा को महसूस किया। भारत के लिए उनका दृष्टिकोण विस्मयकारी है।

“अपनी जुबान के लिए सरे-राह हो जाना,
बहुत कठिन है, अमित शाह हो जाना...” pic.twitter.com/Z5jS6e7xp5

— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) July 10, 2022


वहीं उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा जी से मिलकर अति गर्वित हुआ। उनका सहज और विनम्र स्वभाव उन्हें औरों से मिलों अलग दिखाता है। उनकी सक्षम अध्यक्षता में, ने अभूतपूर्व ऊंचाइयों को देखा है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूं।
 

मैं श्री @jpnadda जी से मिलकर अति गर्वित हुआ। उनका सहज और विनम्र स्वभाव उन्हें औरों से मिलों अलग दिखाता है। उनकी सक्षम अध्यक्षता में, @bjp4india ने अभूतपूर्व ऊंचाइयों को देखा है।मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूं। pic.twitter.com/J4iy9vnWwn
— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) July 10, 2022


जून 2022 में कुलदीप को हरियाणा में कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार अजय माकन की हार के लिए दोषी ठहराया गया था, जब उन्होंने कथित तौर पर जेजेपी समर्थित और भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय के पक्ष में क्रॉस वोट किया था। उन्हें कांग्रेस से सर्वदलीय पद से हटा दिया गया था और उनके समर्थक उनके अगले कदम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 

कुलदीप अब तक आदमपुर सीट से 4  बार विधायक और 2 बार सांसद बन चुके हैं। हिसार लोकसभा क्षेत्र में कुल नौ विधानसभा क्षेत्र हैं। पहली बार वह हिसार से सांसद चुने गए थे तो दूसरी बार भिवानी से।परिवारिक राजनीतिक बैकग्राउंड - कुलदीप पिता चौधरी भजन लाल की तरह दो सीटों से सांसद रहे हैं। भजन लाल मुख्यमंत्री रहने के बाद दो बार सांसद भी रहे। वह 1989 फरीदाबाद और फिर 1998 में करनाल संसद सदस्य बने। कुलदीप की मां जसमा देवी भी विधायक रही हैं। साथ ही कुलदीप की पत्नी रेणुका भी हांसी सीट से विधायक रही हैं। 

हरियाणा में जाट गैर जाट की राजनीती में भजनलाल का परिवार गैर जाट जाट राजनीती का केंद्र माना जाता है। दिवंगत मुख्यमंत्री भजनलाल के दोनों बेटे चंद्र मोहन व कुलदीप सक्रिय राजनीती में है। चंद्र मोहन भी 4 बार कालका से विधायक व एक बार उपमुख्यमंत्री रह चुकें है। तब कालका व पंचकूला दो नहीं एक ही विधान सभा सीट हुआ करती थी। पिछले विधानसभा चुनाव चंद्रमोहन ने कांग्रेस की टिकट पर पंचकूला से लड़े थे। पंचकूला विधानसभा सीट पर भजपा के ज्ञान चंद गुप्ता जीते थे। गुप्ता वर्तमान में विधानसभा स्पीकर हैं। भजपा का राजनैतिक वोट बैंक गैर जाट मतदाताओं पर आधारित है। कुलदीप बिश्नोई के भजपा में आने से भजपा का वोट बैंक और मजबूत होगा। कुलदीप बिश्नोई भजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस के विधायक पद से इस्तीफा देकर आदमपुर से खुद 5वीं बार चुनाव लड़ सकते है या अपने बेटे भव्य को आदमपुर से भजपा टिकट पर लड़वा सकते हैं। उनकी निगाहें भविष्य में हिसार लोकसभा सीट पर भी रहेंगी।जहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे ब्रिजेन्द सिंह भजपा से साँसद हैं।बीरेंद्र सिंह के द्वारा किसानों के आंदोलन से अब तक के बयान संकेत दे रहे हैं कि वह कोई नई राजनैतिक बिसात बिछाने में सक्रिय हैं।बीरेंद्र सिंह की यह खूबी है कि वह बेबाकी से अपनी राय रखते हैं।

चन्द्र मोहन के भजपा में आने पर इसलिए भी संशय है क्योंकि पंचकुला से भजपा विधायक व स्पीकर ज्ञान चन्द गुप्ता पी एम नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल के विश्वस्त हैं।उनकी पंचकुला से टिकट कटने के भविष्य में चांस नही है।वेसे भी भजपा परिवारवाद को तवज्जो नही देती। अगर कुलदीप शामिल हो जाते हैं तो बिश्नोई परिवार में से किसी एक को ही टिकट मिलने के चांस रहेंगे।चन्द्र मोहन को अगर कालका भी शिफ्ट करने के हालात हों तो भजपा का परिवारवाद विरोधी मुहिम आड़े आएगा।कांग्रेस में चन्द्र मोहन की नेता प्रतिपक्ष भूपिंदर सिंह हुड्डा की बजाय शैलजा से अत्यंत निकटता का लाभ उन्हें मिल सकता है।

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Content Writer

Manisha rana

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