सिरसा में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सफल रैली के बाद अब एसआरके की अग्निपरीक्षा

punjabkesari.in Thursday, Jan 18, 2024 - 06:01 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा प्रदेश के एक छोर पर बसे सिरसा जिले में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सफल रैली के बाद इसी जगह एसआरके यानी सैलजा, रणदीप, किरण चौधरी गुट की 27 जनवरी को रैली आहूत की गई है। रैली को कामयाब करने के लिए सैलजा ग्रुप के स्थानीय नेता पूरी ताकत के साथ जुटे हुए हैं और गांव-गांव जाकर प्रचार अभियान चला रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पिछले माह ही भीषण ठंड के दौरान चौटाला के गढ़ में हुंकार भर चुके हैं और संख्या के लिहाज से उनकी रैली को सफल रैली कहा जा सकता है। अब एसआरके गुट द्वारा सिरसा में रैली एक तरह से अग्नि परीक्षा की तरह है। एसआरके गुट की प्रमुख नेता कुमारी सैलजा सिरसा में 27 जनवरी को एक रैली करने जा रही हैं।
सैलजा का हुड्डा से 36 का आंकड़ा जगजाहिर है और सिरसा से सैलजा दो बार लोकसभा सदस्य भी रह चुकी हैं। उनकी यहां मजबूत सियासी पकड़ है और उनके पक्ष के काफी नेता भी सिरसा में सक्रिय हैं। अगर संभव हुआ तो हाईकमान सैलजा को सिरसा लोकसभा से चुनाव मैदान में भी उतार सकता है। इसके अलावा स्वयं सैलजा विधानसभा चुनाव लडऩे की घोषणा करके सियासी तापमान को बढ़ा चुकी हैं। ऐसे में उनकी रैली को लेकर सभी की निगाहें लगी हैं।

पूर्व सीएम हुड्डा ने जब सिरसा में रैली की थी तो बहुत सर्द मौसम होने के बावजूद हजारों लोग उमड़ पड़े थे। एसआरके गुट के लिए यह बेहद जरूरी हो जाएगा कि कम से कम उतनी भीड़ तो वे भी जुटाएं। साथ ही 27 जनवरी तक तापमान में भी तेजी आ जाएगी, ऐसे में सर्दी का बहाना भी नहीं चलेगा। अगर सिरसा में सैलजा की रैली कमजोर पड़ती है तो यह उन्हें काफी प्रभावित करेगा इसलिए सैलजा के नजदीकी नेता किसी भी कीमत पर रैली को कामयाब बनाने के लिए पूरी ठंड में भागदौड़ कर रहे हैं।


पूरे सिरसा को होर्डिंग्स, पोस्टर्स, झंडियों से पाट दिया गया है। ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जैसे लोकसभा के चुनाव की घोषणा हो चुकी हो और कुमारी सैलजा यहां से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही हों। गांव-गांव, वार्ड-वार्ड उनके समर्थक नेता दस्तक दे रहे हैं और बड़ी हाजरी में लोगों को रैली में शामिल होने का निमंत्रण दे रहे हैं।
सैलजा के अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और पूर्व मंत्री किरण चौधरी भी इस रैली में शामिल होंगे। कांग्रेस के क्रीम नेतृत्व की रैली में भीड़ ही उनकी लीडरशिप का मायना होगी, यह कहना गलत नहीं है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा का पूरे हरियाणा में जनाधार है। वे प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं और अनेक महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां उन्होंने कांग्रेस पार्टी में निभाई हैं। पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी व वर्तमान में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के साथ भी उनके अच्छे संबंध हैं।
सिरसा बेशक पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला का गढ़ माना जाता है लेकिन कांग्रेस भी यहां कमजोर नहीं रही। सैलजा के पिता चौ. दलबीर सिंह यहां कांग्रेस टिकट पर सांसद रहे, स्वयं सैलजा दो बार सांसद रही। आत्मा सिंह गिल, अशोक तंवर भी सिरसा से कांग्रेस के सांसद रह चुके हैं। ऐसे में सैलजा की रैली के कामयाब होने में संदेह तो नहीं है लेकिन चुनौती भी कम नहीं है। 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Isha

Related News

static